हैदराबाद: लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण संपन्न हो चुका है. सात चरणों में होने वाले आम चुनाव 2024 को शांतिपूर्वक कराने के लिए चुनाव आयोग हर संभव प्रयास कर रहा है. इसी क्रम में तेलंगाना में बड़ी संख्या में केंद्रीय सशस्त्र बल (सीपीआरएफ) की टुकड़ियां तैनात की जाएंगी. जानकारी के मुताबिक राज्य में वर्तमान समय में 60 हजार स्थानीय पुलिस के अलावा सीएपीएफ बलों की 150-160 कंपनियां भी लगाई जाएंगी.
वहीं, इनके साथ-साथ असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कंपनियों में से करीब 70से 80 फील्ड स्टाफ तैनात किए जाएंगे.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि केंद्र से बलों की लगभग 60 कंपनियां पहले ही राज्य में पहुंच चुकी हैं. इन्हें पहले ही राज्य भर की पुलिस इकाइयों को भेजा जा चुका है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए पूरे राज्य में सेना के ये जवान मुस्तैदी से तैनात हैं और गहनता से निरीक्षण कर रहे हैं. बता दें, राज्य सरकार ने 100 और कंपनियां भेजने के लिए केंद्र को पत्र लिखा है. जिन राज्यों में दूसरे और तीसरे चरण का चुनाव चल रहा है, वहां मतदान संपन्न होने के बाद पुलिस विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मई के पहले हफ्ते में तेलंगाना में फोर्स आ जाएगी.
राज्य में माओवाद प्रभावित इलाकों में ये जवान अधिक संख्या में तैनात रहेंगे. वैसे अब राज्य माओवादियों ना के बराबर हैं, लेकिन चुनाव आयोग किसी भी प्रकार का खतरा मोल नहीं लेना चाहता. हाल के दिनों में तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर माओवादियों के साथ मुठभेड़ में बढ़ोतरी हुई है. इसको देखते हुए सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गयी है.
स्थानीय पुलिस सुरक्षा और वाहनों की जांच में जुटी हुई है. विशेष रूप से भद्राद्रि कोठागुडेम, मुलुगु और भूपालपल्ली जिलों की सीमाओं में ग्रेहाउंड की तलाशी जारी है. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि मई के पहले सप्ताह में ज्यादातर केंद्रीय बलों को अशांत इलाकों में तैनात कर दिया जाएगा.
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