इजरायल और हमास के बीच गाजा में जारी जंग के बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद ने नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ करते हुए जम्मू-कश्मीर में ‘दीर्घकालिक शांति और सुरक्षा’ सुनिश्चित करने के लिए सरकार और सुरक्षा बलों को धन्यवाद दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम भारतीय भाग्यशाली हैं.
जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया, ‘मध्य पूर्व की घटनाओं को देखते हुए, आज मुझे एहसास हो रहा है कि भारतीय होने के नाते हम कितने भाग्यशाली हैं. भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने हमारी सुरक्षा के लिए अपना सबकुछ बलिदान कर दिया है.’ अपने पोस्ट में उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स को टैग करते हुए कश्मीर में शांति लाने का श्रेय दिया है.
शेहला रशीद ने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘सुरक्षा के बिना शांति असंभव है, जैसा कि मध्य पूर्व संकट ने दिखाया है. भारतीय सेना के साथ-साथ सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर कर्मियों ने कश्मीर में दीर्घकालिक शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जबरदस्त बलिदान दिया है.’
बता दें कि राशिद वर्ष 2016 में जेएनयू के आसपास हुई घटना के दौरान प्रमुखता से उभरी थीं, जब कई छात्र नेताओं को कथित तौर पर राष्ट्र-विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एक वक्त नरेंद्र मोदी सरकार की मुखर आलोचक रहीं राशिद ने हाल ही में कश्मीर में शासन सहित कई मुद्दों पर केंद्र का समर्थन किया है.
इससे पहले, जुलाई में उन्होंने जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के केंद्र के 2019 के कदम को चुनौती देने वाली अपनी याचिका वापस ले ली थी. राशिद ने यह भी कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार और जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन के तहत कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है.
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