ताइवान में इस महीने फिर से बड़ा भूकंप आया। देश के पूर्वी तट पर सोमवार शाम 5 बजे से रात 12 बजे के दौरान 80 से ज्यादा बार झटके महसूस किए गए। इनमें सबसे ज्यादा तीव्रता 6.3 और 6 दर्ज की गई। भारतीय समय के मुताबिक, ये दोनों झटके रात 12 बजे के आसपास कुछ मिनटों के अंतराल पर आए। ताइवान में तब रात के 2:26 और 2:32 बजे थे।
मौसम विभाग ने बताया कि भूकंप का केंद्र पूर्वी काउंटी हुलिएन में धरती से 5.5 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के कारण हुलिएन में दो इमारतों को नुकसान पहुंचा है। इनमें एक बिल्डिंग ढह गई, तो दूसरी सड़क की तरफ झुक गई। जापान, चीन और फिलिपींस में भी हल्के झटके महसूस किए गए। फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है।
3 अप्रैल को आए भूकंप में 14 लोगों की मौत हुई थी
इससे पहले ताइवान में 3 अप्रैल को 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें करीब 14 लोगों की मौत हो गई थी। उस समय भी भूकंप हुलिएन शहर में ही आया था। इसका केंद्र धरती से 34 किलोमीटर नीचे था।
भारतीय समय के मुताबिक सुबह 5:30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। कई इमारतें जमींदोज हो गईं, लैंड स्लाइड भी हुई। तब से अब तक ताइवान में सैकड़ों झटके महसूस किए हैं।
ताइवानी सेंट्रल वेदर ब्यूरो के मुताबिक, यह ताइवान में 25 साल में आने वाला सबसे तेज तीव्रता वाला भूकंप था। फायर डिपार्टमेंट ने बताया कि हुलिएन में 3 अप्रैल को आए भूंकप में क्षतिग्रस्त हुआ होटल ताजा झटकों के कारण थोड़ा और झुक गया है।
टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर बसा है ताइवान
ताइवान दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर बसा देश है, जो भूकंप के लिहाज से सेंसिटिव माना जाता है। 2016 में दक्षिणी ताइवान में आए भूकंप में 100 से अधिक लोग मारे गए थे। इससे पहले 1999 में 7.3 तीव्रता के भूकंप में 2,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
दुनिया में हर साल 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। नेशनल अर्थक्वेक इंफॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20,000 भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। भूकंप कुछ सेकेंड या कुछ मिनट तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।
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