एसीबी (ACB) की स्पेशल यूनिट की टीम ने मंगलवार को जयपुर (Jaipur) में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कॉपरेटिव डिपार्टमेंट के डिप्टी रजिस्ट्रार (सिटी) देशराज यादव और कॉपरेटिव इंस्पेक्टर अरुण प्रताप सिंह को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते ट्रेप कर लिया. यह कार्रवाई एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में टीम ने की गई. इस संबंध में सिंधु नगर कॉपरेटिव सोसायटी के संचालक ने बीते 27 जून को शिकायत दर्ज करवाई थी.
एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत के मुताबिक परिवादी ने ब्यूरो की दी अपनी शिकायत में बताया था कि उनकी सोसायटी के पंचवटी चौराहा स्थित ऑफिस पर 24 जून को कोऑपरेटिव विभाग की टीम ने छापेमारी की थी. उस दौरान उनसे रिश्वतखोर अधिकारियों ने 20 लाख रुपये की रिश्वत मांग की. इस कार्रवाई में मदद करने के नाम पर डिप्टी रजिस्ट्रार देशराज यादव ने इंस्पेक्टर अरुण प्रताप सिंह के मार्फत 20 लाख रुपए की रिश्वत मांगी. बाद में मामला 10 लाख रुपये में बैठ गया.
एसीबी के मुताबिक शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर वह सही पाई गई. दोनों आरोपित अधिकारियों ने परिवादी से 5 लाख रुपये ले भी लिए थे. उसके बाद 5 लाख रुपये मंगलवार को जयपुर में जनता स्टोर पर लेकर बुलाया था. इस पर एसीबी ने वहां अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए अपना जाल बिछाया. वहां एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते ही इंस्पेक्टर अरुण प्रताप सिंह को ट्रेप कर लिया. पूछताछ में उसने डिप्टी रजिस्ट्रार देशराज यादव के कहने पर रिश्वत लेने की बात स्वीकार कर ली. इस पर एसीबी ने घूस मांगने के आरोप में यादव को भी गिरफ्तार कर लिया.
एसीबी के मुताबिक पीड़ित ने बताया कि उसने रिश्वत के लेनदेन में जब और भी अधिकारियों के बारे में पूछा तो डिप्टी रजिस्ट्रार ने बताया कि ऊपर भगवान है और धरती पर मैं ही हूं. एएसपी बजरंग सिंह के मुताबिक पिछले करीब ढाई महीने से देशराज यादव की शिकायतें मिल रही थी. पीड़ित को जब नाजायज रूप से धमकाकर रिश्वत मांगी गई तब उसने एसीबी मुख्यालय पहुंचकर केस दर्ज कराया. इस पर एसीबी ने यह एक्शन लिया.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.