महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) से शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) गुट के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और आदित्य ठाकरे ने बुधवार को मुलाकात की. ट्विटर पर एक वीडियो में उद्धव ठाकरे को अजित पवार को गुलदस्ता सौंपते और महाराष्ट्र विधानसभा में उनसे मिलते हुए देखा जा सकता है. एनसीपी में फूट के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी.
अपनी मुलाकात के बारे में उद्धव ठाकरे ने बताया कि मैंने अजीत पवार से राज्य के लिए काम करने और किसानों और राज्य के लोगों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों पर ध्यान देने के लिए कहा. उद्धव ठाकरे ने कहा “मैंने उनसे (अजित पवार) अनुरोध किया कि सभी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, महत्वपूर्ण और बुनियादी मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह अजित पवार के स्वभाव को जानते हैं क्योंकि उन्होंने उनके साथ 2.5 साल तक काम किया है. 2019 से 2022 तक महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के हिस्से के रूप में उद्धव ठाकरे जब मुख्यमंत्री थे तब अजित पवार उपमुख्यमंत्री थे. एनसीपी में फूट के बाद अजित पवार सरकार में शामिल हो गए हैं. अपनी मुलाकात के बारे में उद्धव ने कहा कि उन्होंने अजीत पवार से राज्य के लिए काम करने और किसानों और राज्य के लोगों के सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों पर ध्यान देने के लिए कहा है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बेंगलुरु में संपन्न 26 विपक्षी दलों की बैठक, राष्ट्र-प्रेमी और लोकतंत्र-प्रेमी दलों ने की बैठक थी, और सब एक साथ आए थे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मैंने कल भी कहा था, यह लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ नहीं है. यह लड़ाई तानाशाही के खिलाफ है. पार्टियां, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आते हैं और जाते हैं, लेकिन देश में जो हो रहा है वह खतरनाक है, और इसलिए देश में तानाशाही से लड़ें, विपक्षी दल एक साथ आए हैं.
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