झुंझुनूं (राजस्थान): झुंझुनूं जिले के खेड़ला गांव में सोमवार को एक खेत में रॉकेट क्रैश होने की घटना सामने आई, जिससे स्थानीय लोगों में हलचल मच गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने तरह-तरह के कयास लगाने शुरू कर दिए और कुछ लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद पुष्टि की कि यह रॉकेट एक शैक्षणिक प्रोजेक्ट का हिस्सा था, जिसे बिट्स पिलानी के छात्रों ने विकसित किया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह रॉकेट बिट्स पिलानी के छात्र द्वारा ‘अपोजी’ प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया था। इसका दो बार सफल परीक्षण हो चुका था, लेकिन तीसरे परीक्षण के दौरान तकनीकी खराबी के कारण यह खेड़ला-नरहड़ रोड के पास एक खेत में जा गिरा।
छात्रों के अनुसार, परीक्षण के दौरान रॉकेट को एक निर्धारित ऊंचाई तक भेजा गया था, और उम्मीद थी कि यह 10-15 मिनट की दूरी पर गिरेगा। हालांकि, तेज हवा के कारण यह दिशा भटक गया और खेत में आ गिरा। रॉकेट में लगे सेंसर की वजह से दो पैराशूट समय पर खुल गए, जिससे यह जमीन पर धीरे-धीरे गिरा और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह रॉकेट किसी भी तरह से खतरनाक नहीं था और यह पूरी तरह से एक शैक्षणिक प्रोजेक्ट का हिस्सा था। रॉकेट में फ्लाइट-पैरा शूट्स लगे थे, जिससे यह धीमी गति से नीचे आया। जांच पूरी करने के बाद, इसे बिट्स पिलानी के छात्रों को सौंप दिया गया।
छात्रों ने इस घटना पर खेद जताते हुए कहा कि वे भविष्य में परीक्षण के दौरान पूरी सावधानी बरतेंगे, ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो।
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