हिन्दुस्तान पत्रिका/जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट
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मोहाली. शहर में पीसीआर की गाड़ियों पर नए मुलाजिम, लेकिन आजकल युवा उनको कुछ नहीं समझते। रविवार रात व सोमवार दोपहर को घटी 2 घटनाओं में लड़कों ने पुलिस को ठेंगा दिखा दिया। एक कार सवार लड़के ने पीसीआर मुलाजिम को गाड़ी के कागज मांगने पर जूता निकाल कर दिखा दिया। दूसरे केस में दिल्ली के एक रिटायर्ड जज के बेटे ने पीसीआर इंचार्ज अजय पाठक को कहा कि आप कौन होते हो मेरी गाड़ी रोकने वाले। इसके बाद पीसीआर इंचार्ज ने चालान काट कर गाड़ी को इंपाउंड कर दिया।
रात 2 बजे खड़े होने का कारण पूछा तो बोला-पहले तू आईकार्ड दिखा है कौन
पहली घटना फेज-7 में रात 2 बजे की है। कॉन्स्टेबल रमनदीप सिंह और शमशेर गश्त पर थे। उन्होंने देखा कि एक गाड़ी में 2 लड़के बैठे हुए हैं। मुलाजिमों ने उनके पास जाकर रात को बाहर घूमने का कारण पूछा। लड़के ने जवाब दिया कि 5 मिनट में घर जा रहे हैं। लड़का फेज-5 में गोविंद स्वीट्स शॉप के मालिक का बेटा बलजीत बताया गया। 45 मिनट बाद फिर पीसीआर उस पॉइंट से गुजरी तो लड़के वहीं खड़े थे। मुलाजिमों ने उनको जाने को कहा तो बलजीत उलझ गया। मुलाजिम शमशेर ने गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा तो आरोपी बलजीत बोला हमें क्या पता आप असली पुलिस हो या नकली पहले अपना आईकार्ड दिखाओ। पुलिस ने अपना आईकार्ड दिखाने के बाद बलजीत को गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा। बलजीत ने जूता निकालकर मुलाजिमों को दिखाते हुए बोला-यह देखा कागजात। इस पर उनमें झड़प हुई और भागने का प्रयास कर मुलाजिमों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया।
कार रोकी तो बोला-हाईकोर्ट के जज के बेटे की गाड़ी रोक रहे हो, सोच लो...गाड़ी इंपाउंड
एक लड़के ने कार का साइलेंसर बदला हुआ था और मार्केट में शोर मचाता हुआ जा रहा था। उसी समय पीसीआर इंचार्ज अजय पाठक वहां से निकल रहे थे। शोर सुनकर उन्होंने चालक का पीछा किया और गाड़ी रोक ली। लड़के को गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा तो उसने जवाब दिया कि हाईकोर्ट के जज के बेटे की गाड़ी रोक रहे हो, सोच लो...पाठक ने कहा जज के बेटे हो तो रूल्स तोड़ोगे क्या? आरोपी तेजवीर सिंह ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट से उसके पिता पिछले महीने रिटायर हुए हैं और दिल्ली पुलिस शिकायत कमेटी के चेयरमैन हैं। आरोपी ने अपने पिता से फोन पर बात करवाने का प्रयास किया, लेकिन पिता के पीएसओ ने बात की और अजय पाठक ने पीएसओ को तेजवीर द्वारा की गई ड्रामेबाजी, मिसबिहेवबात बताई। पुलिस ने उसकी गाड़ी का बिना लाइसेंस, बिना आरसी, ब्लैक फिल्मिंग, बिना इंश्योरेंस, मोडिफाई साइलैंसर फंक्शन का चालान काट गाड़ी इंपाउंड कर ली।
पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए है। लेकिन आजकल युवा उनके साथ ऐसा व्यवहार करते हैं। मुलाजिम को जूता दिखा यह युवाओं में संस्कार कैसे हैं यह दर्शाता है। दूसरा जज का बेटा होकर खुद रूल्स तोड़े तो यह कहां का न्याय है। -अजय पाठक, पीसीआर इंचार्ज
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