नई दिल्ली. अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और नेशनल असेंबली भंग होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। इसी बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने चुनाव आयोग को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में राष्ट्रपति ने 90 दिन के अंदर चुनाव कराने को कहा है। इससे पहले SC के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान PTI के सांसद फवाद चौधरी की मीडिया से बहस हो गई। इसके बाद पत्रकारों ने फवाद चौधरी से माफी की मांग करते हुए कॉन्फ्रेंस को बायकॉट कर दिया। दूसरी तरफ, इमरान ने SC से उनकी सरकार गिराने के लिए हो रही विदेशी साजिश की जांच की मांग की है। इसके लिए उन्होंने जजों के एक आयोग के गठन की अपील की है। इमरान खान ने रविवार को देश के नाम संदेश में दावा किया था कि नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की मीटिंग में फौज और ISI के चीफ भी मौजूद थे और इस मीटिंग में उन्होंने विदेशी साजिश वाला लेटर सबूत के तौर पर रखा था। खान का दावा था कि फौज और बदनाम खुफिया एजेंसी ने भी माना था कि इमरान सरकार के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव के पीछे विदेश ताकत का हाथ था। बहरहाल, न्यूज एजेंसी से बातचीत में फौज के आला अफसरों ने साफ कर दिया है कि सरकार गिराने में किसी विदेशी ताकत का हाथ नहीं है। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने एक आर्मी जनरल के हवाले से कहा- सरकार ने 27 मार्च तक इस बारे में जो भी बयान दिए, हम उनसे सहमत नहीं हैं। आर्मी चीफ भी इमरान और डिप्टी स्पीकर के बयानों को खारिज कर रहे हैं। इस बारे में सरकार को बता दिया गया है।
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