कोटा. कोटा में हुए हिट एंड रन मामले में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का विवादित बयान सामने आया है। मजबूरी में फुटपाथ पर सोने वाले मजदूरों और अन्य जातियों के लोगों के लिए उन्होंने कहा कि उनके लिए रैन बसेरे खोले हुए हैं। फिर भी वह फुटपाथ पर जाकर ही सोते हैं। यह उनकी गलती है। दरअसल, कोटा में 2 दिन पहले नयापुरा इलाके में फुटपाथ पर सो रहे एक परिवार पर शिमला बेकरी के संचालक ने कार चढ़ा दी थी। हादसे में एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं महिला बीनू गंभीर रूप से निजी अस्पताल में भर्ती है। वह कोमा में है। रविवार सुबह यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल उसके परिवार से मिलने निजी अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने परिवार को एक लाख की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। धारीवाल ने कहा कि- घायल परिवार को एक लाख का चेक दिया है। घायल महिला और उसके 6 बच्चों को पालनहार योजना और विधवा पेंशन योजना से जोड़कर आर्थिक मदद दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोटा में जितने भी रैन बसेरे और सामुदायिक भवन खोल दिए गए हैं। ताकि फुटपाथ पर रहने वाले लोग वहां रह सकें। साथ ही इंदिरा रसोई में खाना भी निशुल्क मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की पॉलिसी है कि जितने भी घुमंतू लोग हैं उनके आवास के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाए। उसके लिए सर्वे करवाया जाएगा। जमीन तलाश कर आवास बनाने के लिए जमीन अलॉट की जाएगी। घुमंतू और मोंगिया जाति को आवास के लिए फ्री अलॉटमेंट होगा।
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