जयपुर. जयपुर के चाकसू विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के जयपुर पुलिस पर चोरी का बकरा 2 हजार रुपए में किसी और को बेचने के आरोप लगाने पर सियासत गरमा गई है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार को घेरते हुए ट्ववीट कर कहा- राजस्थान के मेवाड़ में बकरा चोर गैंग और हनुमानगढ़ में गधा चोर गैंग का आतंक अभी कम नहीं हुआ कि अब जयपुर में पुलिस ने चोरी किए गए बकरे को बेचकर एक नया कीर्तिमान रच डाला। जनसुनवाई के दौरान सत्तारुढ़ दल के विधायक की ओर से पुलिस पर बकरा चोरी को लेकर आरोप लगाये गए हैं। ऐसा लगता है गहलोत सरकार में सबसे बड़ा संरक्षण गधा चोर और बकरा चोर गैंग को मिला हुआ है। इस घटना से विधानसभा में मेरे लगाए गए आरोप भी प्रमाणित हो गए हैं। सरकार को चाहिए कि वह गधा चोर निवारण प्रकोष्ठ और बकरा चोर निवारण प्रकोष्ठ बनाए। राठौड़ ने कहा- 20वीं पशु गणना के मुताबिक साल 2012 में गधों की संख्या 81 हजार 468 थी। जो साल 2019 में घटकर 23 हजार 374 रह गई, यानी 71.31% की कमी हुई। वहीं बकरी की संख्या साल 2012 में 21.67 मिलियन थी। जो साल 2019 में घटकर 20.84 मिलियन रह गई, यानी 3.81% की कमी हुई। राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को मंत्रियों की जनसुनवाई में पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। खेल मंत्री अशोक चांदना को बाकायदा सबूत के तौर पर वीडियो रिकॉर्डिंग भी दिए। इस दौरान जयपुर के कोटखावदा पुलिस पर कार्रवाई की मांग की गई। विधायक सोलंकी और ग्रामीणों ने जनसुनवाई में ज्ञापन देकर कहा कि 22 जुलाई को कोटखावदा थाने में बकरा-बकरी चोरी का केस दर्ज करवाया गया था। बकरी तो मिल गई, लेकिन बकरा पुलिसवालों ने मिलीभगत करके एक व्यक्ति को बेच दिया। इसके पूरे सबूत हैं। जिस व्यक्ति के पास बकरा मिला, उसने साफ कहा कि यह बकरा उसे पुलिसवाले 2000 रुपए में बेचकर गए हैं। सोलंकी ने कहा- पुलिस इतनी गिर गई कि बकरा बेचने लगी। हमारे मवेशी कहां सुरक्षित रहेंगे, जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे। इसलिए मजूबरी में मुझे यह शिकायत लेकर आना पड़ा। इस पूरी घटना के वीडियो सबूत तक हमने दिए हैं।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.