बाड़मेर. संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीका के कांगो (डीआर) में तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो भारतीय जवान 26 जुलाई को हिंसक प्रदर्शन के दौरान शहीद हो गए। इनमें सीमा सुरक्षा बल के मुख्य प्रहरी बाड़मेर के लाल सांवलाराम विश्नोई और सीकर के लाल हेड कॉन्स्टेबल शिशुपाल सिंह की पार्थिव देह रविवार को सुबह साढ़े 9 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी एवं सेना के अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। अब पार्थिव देह को बाड़मेर और सीकर लाया जाएगा। दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने श्रद्धांजलि अर्पित की, शहीदों की पार्थिव देह को कंधा देकर उन्हें जन्मभूमि के लिए रवाना किया। मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि विश्व शांति के लिए हिंदुस्तान और राजस्थान ने भारत माता के दो सच्चे और बहादुर सपूतों को खो दिया है। आज इन वीरों की पार्थिव देह को इनकी जन्मभूमि रवाना करना मेरे लिए काफी मर्माहत और दुखद पल है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि शहीदों के परिजनों को इस संकट की घड़ी में धैर्य प्रदान करें। जय हिंद! जय हिंद की सेना! शहीद के परिवार के लोग बीते 6 दिनों से लाल को देखने के लिए इंतजार कर रहे है। वहीं, परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि हमें दुख होने के साथ गर्व भी है कि देश के साथ विश्व की सेवा करते शहीद हुए है। विदेश में शहीद होने वाले पहले जवान है। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी व सेना के अधिकारियों ने शहीद सांवलाराम के शव को जोधपुर के लिए रवाना किया है। इसके बाद सड़क मार्ग से जोधपुर से बाड़मेर लाया जाएगा। 1 अगस्त को शहीद का पार्थिव शरीर सुबह 8 बजे सीमा सुरक्षा बल कैंप नेहरू नगर में श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद बाड़मेर में शहीद सर्किल, चौहटन सर्किल, कुर्जा फांटा, सनावड़ा, मेहलू होते हुए उनके पैतृक गांव बांड पहुंचेगा। राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं गांव में अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है।
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