रानीवाड़ा (जालोर). राजस्थान में 20 दिन के अंदर एक और संत ने सुसाइड कर लिया। भाजपा विधायक पर आश्रम का रास्ता बंद करने का आरोप लगाकर संत ने अपने आश्रम में ही लगे पेड़ पर फंदा लगाकर जान दे दी। मामले की सूचना मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे अफसरों ने शव को पेड़ से उतारना चाहा, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण वह ऐसा नहीं कर सकते। आश्रम के साधु और ग्रामीण मांग कर रहे थे कि संत का सुसाइड नोट सार्वजनिक किया जाए। करीब 28 घंटे बाद प्रशासन ने जब उनकी शर्त मांगी तब वे शव को उतार पाए। मामला, जालोर जिले के राजपुरा गांव का है। यहां हनुमान आश्रम के साधु रविनाथ महाराज (60) ने गुरुवार देर रात आश्रम में सुसाइड कर लिया था। शव शनिवार सुबह करीब 10.30 बजे उतारा गया। इससे पहले शुक्रवार रात को करीब आठ बजे भीनमाल से भाजपा विधायक पूराराम चौधरी सहित तीन लोगों के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहने व धमकाने का मामला दर्ज किया गया। आश्रम और सुंधा माता सड़क के बीच भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी की 20 बीघा जमीन है। इस जगह विधायक चौधरी का रिजॉर्ट प्रस्तावित है। जमीन करोड़ों की बताई जा रही है। यदि जमीन की चारदीवारी बनाई जाती है तो सड़क से आश्रम जाने का रास्ता बंद हो जाता है। पिछले दो दिनों से इस जमीन की पैमाइश करवाई जा रही थी। बताया जा रहा है रास्ता बंद होने व विधायक की दादागिरी से परेशान संत रविनाथ ने सुसाइड कर लिया।
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