खरगोन. खरगोन में एक युवक की बुरी तरह पिटाई का मामला सामने आया है। यहां अनाज बोरियों की चोरी के शक में 4 लोगों ने मिलकर एक युवक की बुरी तरह पिटाई कर दी। उन्होंने पहले युवक के कपड़े उतरवाए और फिर उसे अर्धनग्न कर लाठी-डंडों से पीटने लगे। पीड़ित की मां का कहना है कि आरोपियों ने मुस्लिम समझकर बेटे को पीटा, धर्म जानने के लिए उन्होंने बेटे की अंडरवियर भी उतरवाई। वे उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस मामले में SP धर्मवीर सिंह यादव ने बताया कि बेरहमी से पिटाई का यह मामला 2 अगस्त का है, लेकिन इसका वीडियो शुक्रवार देर शाम सामने आया। वीडियो सामने आते ही पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। लापरवाही के चलते चौकी प्रभारी को निलंबित किया है। हालांकि उन्होंने धर्म के आधार पर पिटाई की बात से इनकार किया है। मामला औद्योगिक क्षेत्र निमरानी की नर्मदा फूड कंपनी का है। जहां, कंपनी के 4 कर्मचारियों ने गेहूं की बोरियों की चोरी के शक में बैंड बजाने वाले आदित्य को लाठी-डंडों से जमकर पीटा। पीड़ित की मां भागवती रोकड़े का कहना है कि मेरा बेटा ढोल बजाने के लिए खलघाट गया था। रात में घर वापस लौटते वक्त जल्दी आने के लिए उसने शॉर्टकट ले लिया। वहां पहले से ही मारपीट हो रही थी। तब तक कुछ लोगों ने मेरे बेटे को घेर लिया। बचने के चक्कर में वह नाले में गिर गया। आरोपी चिल्ला रहे थे कि चोर आया-चोर आया। उन्होंने गालियां बकते हुए बेटे को नाले से बाहर निकाला। पीड़ित की मां ने बताया- आरोपियों ने पहले मेरे बेटे को मारा फिर उसके कपड़े उतार दिए। वे लाठी-डंडे और लात-मुक्कों से उसे मार रहे थे। वे लोग बोल रहे थे कि मुसलमान है... मुसलमान है। धर्म जानने के लिए उन्होंने बेटे का अंडरवियर भी उतार लिया। मेरा बेटा चिल्ला-चिल्ला के बता रहा था कि मैं हिंदू हूं.. मैं हिंदू हूं। मेरे बाप का नाम संजय है। मेरा बाप अपंग है। मेरे भाई हैं, मां-बाप भी हैं। मैं हिंदू हूं। वहीं कुछ लोग बोल रहे थे कि इसे मारो, आग में जिंदा जला दो, गोली मारो। भगवती का कहना है कि गश्ती पर आई पुलिस के सामने भी वे लोग मेरे बेटे को मार रहे थे। छाती पर पैर से मार रहे थे। SP सिंह ने बताया कि मामले में रितेश शर्मा, रामविलास चौधरी, बबलू दौड़वे और चेतन पाटिल सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनके खिलाफ बंधक बनाने, मारपीट करने और हमला करने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। मामले में हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई फैक्टर नहीं है। उन्होंने बताया चौकी प्रभारी राजेंद्र बघेल ने मामले की जानकारी नहीं दी, उनकी लापरवाही के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है। साथ ही महेश्वर SDOP मनोहर सिंह गवली को चौकी प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
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