नई दिल्ली. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के साथ गए शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने Y प्लस सुरक्षा दी है। अब इन्हें CRPF की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। इन विधायकों के घरों पर भी CRPF तैनात कर दी गई है। विधायकों के घरों और दफ्तरों पर शिवसैनिकों के हमलों के बाद यह फैसला लिया गया है। इधर, अयोग्यता का नोटिस पा चुके 16 बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। बागी विधायक कोर्ट में शिवसेना विधायक दल के नए नेता के फैसले को भी चुनौती देंगे। पांचवें दिन शनिवार को शिवसेना की हाईलेवल मीटिंग हुई। उद्धव ने शिंदे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- शिंदे पहले नाथ थे, लेकिन अब दास हो गए हैं। उद्धव की मीटिंग में 6 प्रस्ताव पास किया गए। बागी गुट ने शिवसेना (बाला साहेब) के नाम पर नई पार्टी का ऐलान कर दिया। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना बालासाहब की है। किसी को भी बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा। उधर, यह भी खबर आई की शुक्रवार देर रात एकनाथ शिंदे गुवाहाटी से इंदौर होते हुए वडोदरा गए थे, जहां उनकी मुलाकात महाराष्ट्र के पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस से हुई। देर शाम एकनाथ शिंदे ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- प्रिय शिवसैनिकों... अच्छी तरह से समझें, महा विकास अघाड़ी (MVA) के खेल को पहचानो..! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को MVA के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के फायदे के लिए है। चौथे दिन यानी शुक्रवार को बागी विधायकों पर शिवसेना का उद्धव गुट हमलावर हो गया है। उद्धव समर्थकों ने कुर्ला में शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के दफ्तर पर कुछ हमला किया है। उन्होंने मेन गेट पर तोड़फोड़ की है। उनके पोस्टर और नेम प्लेट तोड़े गए हैं। वहीं अहमदनगर में भी बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती गई है। साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए हैं। तोड़फोड़ की घटना के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है।
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