जयपुर. राजस्थान के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- बीजेपी ऐसे राष्ट्रपति ढूंढ ढूंढकर ला रही हैं जो प्रधानमंत्री के चेहरे की तरफ देखे। मौजूदा राष्ट्रपति (रामनाथ कोविंद) से कांग्रेस और विपक्षी दल मिले तो राष्ट्रपति ने क्या किया, जब AICC-कांग्रेस कार्यालय में लोगों को घुसने नहीं दे रहे थे। ऐसा राष्ट्रपति चाहिए जिसकी आवाज को लोग समझें और जिसकी तरफ देश देखे। लेकिन अब तो देश का इंट्रेस्ट ही नहीं है। लोग जानते हैं ऐसा राष्ट्रपति चुनकर लाते हैं जिसकी आवाज ना देश जानता है ना जनता जानती है। इसलिए राष्ट्रपति तो राष्ट्र के अनुसार होना चाहिए जो सबकी आवाज बन सके। खाचरियावास ने कहा- ये देश की लड़ाई है। ये मानकर चलना चाहिए कि राष्ट्रपति मूर्ति नहीं होना चाहिए। राष्ट्रपति तो ऐसा होना चाहिए जो देश की आवाज को बुलंद कर सके। राष्ट्रपति वोकल होकर बोले। देश के लोग राष्ट्रपति से बहुत उम्मीद करते हैं। जब लोकतंत्र पर खतरा हो और विपक्ष राष्ट्रपति से जाकर मिले तो वो प्रधानमंत्री के चेहरे की तरफ नहीं देखे। राष्ट्रपति ऐसा चाहिए जो विपक्ष, लोकतंत्र, संविधान को बचाए और मजबूत करे। जब विपक्ष और देश की जनता जाकर मिले, तो वह अपनी राय दे सके। यहां तो राष्ट्रपति ढूंढ ढूंढकर ला रहे हैं जो प्रधानमंत्री के चेहरे की तरफ देखे। राष्ट्रपति ऐसा चाहिए जो देश और जनता के चेहरे और विपक्ष के चेहरे की तरफ देखे। लोकसभा में अगर विपक्ष की आवाज दबाई जाए, विपक्ष पर जुल्म हो। प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा- राष्ट्रपति चुनाव कभी राजनीतिक संदेश देने के लिए नहीं लड़े जाते। राष्ट्रपति देश को वर्ल्ड लेवल पर रिप्रेजेंट करता है। विपक्ष और देश की जनता की जब आवाज उठे, तो राष्ट्रपति सरकार को आदेश दे सके और सरकार को अपना निर्णय सुना दे। ऐसा नहीं होता कि आप पॉलिटिकली संदेश देने के लिए राष्ट्रपति बनाने लगे। यहां के जो भी राष्ट्रपति हुए उनमें इतनी ताकत हुआ करती थी, वो PM और सरकारों को डायरेक्ट आदेश देकर अपना निर्णय सुना सकते थे। अब तो पॉलिटिकली संदेश देना चाहते हैं। एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द पूरी राजनीति घूमने लगी है। देश में ना संविधान सुरिक्षत है, ना विपक्ष और ना जनता की आवाज सुरक्षित है। खाचरियावास ने कहा राजस्थान में कांग्रेस के पास संख्या बल ज्यादा है। राजस्थान में तो बीजेपी का कैंडिडेट हार कर जाएगा। बीजेपी से मैं इतना कहूंगा-उसे शर्म करनी चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। आज के दिन राष्ट्रपति का चुनाव है। देश ने इनको इतने वोट दिए। बहुत बड़ी संख्या में बहुमत दिया। आजादी के बाद पहली बार आटा, दाल, चावल, मुरमुरे, मखाने सब पर 5 परसेंट GST लगा दी। छाछ-दही पर GST लगा दी। ये प्रधानमंत्री पहले हैं जो लोगों का आटा छीन रहे हैं। अब आटे को भी बांटेंगे क्या। लोग भूख से मर रहे हैं। केन्द्र आटे पर टैक्स लगा रहा है। मुंह के अंदर हाथ डालकर लोगों का निवाला छीन रहे हैं। ये चीजें रोजमर्रा में काम आती हैं। पहले कपड़े पर टैक्स लगाया और उसे 5 से 12 परसेंट कर दिया। जूते पर भी टैक्स लगा दिया। अब आटे पर टैक्स लगा दिया है।
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