उदयपुर. उदयपुर जिले के जावरमांइस थाना क्षेत्र में पिछले दिनों मजदूर नेता पर फायरिंग के मामले में नए तथ्य सामने आए हैं। एक युवक को उसकी आदतों के कारण माइंस की नौकरी से निकाल दिया गया। इसके कारण उसके मामा ने अपने एक साथी को 50 हजार रूपए में मजदूर नेता की हत्या की सुपारी दी थी। इसमें पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दो आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने एक नाबालिग को भी पकड़ा है। एसपी विकास शर्मा ने बताया कि 19 सितम्बर को जावरमाइंस मजदूर यूनियन लीडर लालूराम मीणा सुबह 5:15 बजे मोर्निंग वॉक पर निकले थे। जावरमाता मंदिर रोड पर पीछे से तीन युवक आए व जान से मारने की नीयत से दो बार फायरिंग कर दी। लालूराम मीणा के कान और कंधे पर गोली लगी। लालू राम मीणा कुछ दिन तक एक निजी अस्पताल में भर्ती रहे। उसके बाद अस्पताल से छुट्टी हो गई। फिलहाल जावर माइंस में नहीं जाकर अपने गांव में रेस्ट कर रहे हैं। इस पर पुलिस ने मामला दर्जकर डिप्टी गिर्वा भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व ने में इस मामले में शूटर दिनेश कसौटा (20) पुत्र रमेश कसौटा को गिरफ्तार कर उसके साथ नाबालिग को पकड़ा। पुलिस ने हथियार उपलब्ध करवाने में आकाश उर्फ आकू (19) पुत्र शंकर लाल, धूलेश्वर उर्फ धनराज डॉन (26) पुत्र गौतम लाल, राजेन्द्र उर्फ राजू मीणा (30) पुत्र धर्मा को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि विकास मीणा इस माइंस में नौकरी करता था लापरवाही के कारण नौकरी से निकाल दिया। विकास ने काफी प्रयास किया, लेकिन प्रबंधन ने उसे नहीं रखा। विकास ने मजदूर नेता लालूराम से मदद चाही पर उन्होंने साथ देने से इंकार कर दिया। इस पर विकास ने इस बारे में अपने मामा राजू धनपाल को बताया। राजू ने इस बारे में महेन्द्र बारापाल को 50 हजार रूपए की सुपारी देकर शूटर उपलब्ध करवाने के लिए कहा। इस पर महेन्द्र ने अपने नाबालिग भतीजे को इस घटना के लिए सम्पर्क किया। वो अपने एक दोस्त दिनेश कसौटा को फायरिंग के लिए साथ लेकर आया। इन दोनों ने राजू धनपाल व उसके भांजे विकास के साथ मिलकर 18 सितम्बर की रात्रि में पूरी प्लानिंग बनाई कि घटना के बाद किस तरीके से एरिया छोड़कर छुपना है। 19 सितम्बर को तय रणनीति के अनुसार सुबह मोर्निंग वॉक पर निकले लालूराम मीणा पर फायर कर फरार हो गए।
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