जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जोधपुर की स्पेशल टीम ने सोमवार को वन विभाग से जुड़े एक मामले में पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते दलाल शिवदान चारण को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस प्रकरण में संदिग्ध आरोपी सहायक वनपाल हरिराम विश्नोई की भूमिका की जांच की जा रही है। एसीबी जोधपुर स्पेशल टीम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि परिवादी जयपुर निवासी विक्रम सिंह भाटी ने शिकायत दर्ज कराई कि सूरसागर में मेरे खरीदशुदा प्लॉट पर निर्मित एक कमरे को सहायक वनपाल हरिराम ने गिरवा दिया था। परिवादी ने बताया कि इस मामले को लेकर मैं हरिराम से मिला। उसने तीन हजार रुपए और शराब की बोतल रिश्वत के रूप में लिए। इसके बाद भी उसे निर्माण नहीं करने दिया गया तो उसने फिर से संपर्क किया। हरिराम ने एक प्राइवेट व्यक्ति शिवदान चारण से मिलने को कहा। शिवदान चारण ने पचास हजार रुपए की मांग की। इसके बाद आज ट्रैप का आयोजन किया गया। सूरसागर के रावटी क्षेत्र निवासी शिवदान को आज परिवादी ने बालसमंद रॉयल्टी नाका के समीप एक कार में बैठ पचास हजार रुपए दिए। उसके राशि थमाते ही निरीक्षक मनीष वैष्णव के नेतृत्व में पहले से तैयार एक टीम ने उसे दबोच लिया। उसकी जेब से रंग लगे पचास हजार रुपए भी बरामद कर लिए गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में वन विभाग के सहायक वनपाल हरिराम विश्नोई की भूमिका संदिग्ध है। उसकी जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जोधपुर में रावटी इलाके का काफी हिस्सा वन विभाग के स्वामित्व का है। यहां वन भूमि और साधारण भूमि में अंतर करना आसान नहीं है। परिवादी का भूखंड वन भूमि से लगता हुआ है, लेकिन वन विभाग के स्वामित्व का नहीं है। इसके बावजूद सहायक वनपाल हरिराम विश्नोई धौंस दिखा कर वसूली कर रहा था।
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