सीकर के श्रीमाधोपुर में नवजात बच्ची को खेत में फेंकने का मामला सामने आआ है। सर्द रात में बच्ची के शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। बच्ची रातभर 7 डिग्री तापमान में खेत में पड़ी रही। रातभर रोती रही। सुबह रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो नवजात को तोलिए में लपेटकर श्रीमाधोपुर सीएचसी लेकर पहुंचे। घटना ढाल्यावास गांव की है।
डॉक्टरों ने नवजात का इलाज शुरू कर दिया है। नवजात के शरीर पर खरोंचने के निशान भी मिले हैं। साथ ही शरीर मिट्टी में सना हुआ था। सर्दी के कारण नवजात का शरीर अकड़ गया। हालत स्थिर होने के बाद डॉक्टरों ने नवजात को जयपुर के जेके लोन अस्पताल रेफर कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस नवजात के माता-पिता की तलाश में जुट गई है।
दो भाइयों ने नवजात को पहुंचाया अस्पताल
ढाल्यावास गांव निवासी दो भाई कैलाश सैनी और नरेन्द्र सैनी नवजात को लेकर श्रीमाधोपुर सीएचसी पहुंचे। कैलाश ने बताया- आज सुबह 7 बजे उसकी छोटी बहन रेणु और सरोज घर के पीछे 100 मीटर की दूरी पर खेत में गोबर डालने गई थी। अचानक रेणु को बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। पास जाकर देखा तो बिना कपड़ों में नवजात बच्ची रो रही थी। दोनों बहनों ने इसके बाद उसे आवाज लगाई, उस वक्त वह बालाजी मंदिर में पूजा कर लौट रहा था।
कैलाश ने बताया- बहन के शोर मचाने पर वह घर के पीछे खेत की तरफ दौड़ा और कड़ाके की ठंड में नवजात बच्ची को तड़पते देखा। इसके बाद उसने छोटे भाई नरेन्द्र को आवाज दी। तोलिए में नवजात बच्ची को लपेटकर बाइक से श्रीमाधोपुर सीएचसी लेकर पहुंचे। पुलिस को सूचना दी।
नवजात की हालत गंभीर
मामले में सीएचसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश कानूनगो ने बताया- कड़ाके की ठंड में नवजात बच्ची बिना कपड़ों के रही। इस वजह से शरीर में अकड़न है। शरीर पर खरोंचे भी है। वहीं नवजात बच्ची की हार्ट बीट भी कमजोर है। ऐसे में नवजात बच्ची को जयपुर जेके लोन अस्पताल रेफर किया गया है। नवजात बच्ची पूरे नो महीने की है और 48 घंटे में नवजात का जन्म हुआ है। नवजात का वजन 2.46 किलोग्राम है।
श्रीमाधोपुर थाना एसएचओ प्रकाश सिंह राठौड़ ने बताया- ठंड में रहने के कारण बच्ची की हालत गंभीर थी। सीएचसी के डॉक्टरों ने बच्ची को जयपुर रैफर किया है। जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में बच्ची का इलाज चल रहा। नवजात फिलहाल स्वस्थ है। पुलिस नवजात के परिजनों की तलाश कर रही है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.