जयपुर (संदीप अग्रवाल): जयपुर में एक युवक ने गहलोत सरकार में मंत्री पद पर आसीन महेश जोशी सहित छह अन्य लोगों पर टार्चर और परेशान करने के आरोप लगाते हुए फांसी लगाकत आत्महत्या कर ली। राजधानी जयपुर में चांदी की टकसाल निवासी रामप्रसाद मीणा ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले मोबाइल से वीडियो बनाकर उसने कैबिनेट मंत्री महेश जोशी समेत छह लोगों पर खुदको और परिवार को टॉर्चर व परेशान करने के आरोप लगाए और कहा, इसीलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं। जयपुर में सोमवार को फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या करने से पहले युवक ने खुदका वीडियो बनाकर अपनी बेटी को भेजा, जो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। आत्महत्या करने से पहले युवक ने वीडियो में पीएचईडी मंत्री महेश जोशी समेत कुछ लोगों पर खुदको और परिवार को टॉर्चर व परेशान करने का आरोप लगाया है। ये घटना सुभाष चौक इलाके में चांदी की टकसाल के पास हुई। घटना के बाद मृतक युवक के परिजनों ने उस कमरे को ताला लगाकर बंद कर दिया, जिसमें युवक ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। परिजन अब पुलिस को बॉडी नहीं ले जाने दे रहे हैं। मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोगों और मृतक के समाज के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों में मंत्री और पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना भी दे दिया।
जमीन को लेकर विवाद चल रहा है विवाद
आत्महत्या करने वाला रामप्रसाद (43 साल) चांदी की टकसाल काले हनुमान मंदिर के पास रहता था। जहां से कुछ ही दूरी पर उसकी जमीन है। जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। मृतक के घर वालों ने बताया, सोमवार सुबह रामप्रसाद मीणा जल्दी ही घर से निकल गया था। निवास से करीब 200 मीटर दूर चाय की दुकान के पास वह एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पहुंचा। वहां चौकीदार सुबह पांच बजे ऑफिस खोलने के बाद बाहर चला गया। उस ऑफिस में ही रामप्रसाद ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सुबह करीब छह बजे वहां से गुज़र रहे एक ऑटो रिक्शा चालक ने डेड बॉडी फंदे से झूलते देखी तो पुलिस को सूचना दी।
सुसाइड से पहले अपने मोबाइल से बनाया वीडियो
आत्महत्या करने से पहले रामप्रसाद मीणा ने मोबाइल से वीडियो बनाया, जिसमें उसने बताया कि 339 गिराधारी जी का मंदिर के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा और होटल रॉयल शरेटन के मालिक मुंजी टांक, देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने उसे और परिवार के लोगों को टॉर्चर और परेशान कर रखा है। इसके कारण आज मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं।
बाबा किरोड़ीलाल मीणा से किया निवेदन, मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं
पूरे वीडियो में यह भी बताया जा रहा है कि उसकी जमीन के दस्तावेज और पेपर्स होने के बाद भी उसे मकान नहीं बनाने दिया जा रहा था, जिससे वह परेशान था। मृतक ने यह भी कहा कि इन लोगों की वजह से मेरी मां और पत्नी बीमार रहती हैं। हर जगह शिकायत देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। बाबा किरोड़ीलाल मीणा (सांसद) से निवेदन करता हूं कि मेरे परिवार को इंसाफ दिलाएं।
पिताजी जानते थे पुलिस मामला दबा देगी
मृतक रामप्रसाद मीणा के बेटे अंकित मीणा ने जानकारी दी कि मेरे पिताजी जानते थे कि उनकी मौत के बाद पुलिस पूरे मामले को दबा देगी। इसलिए उन्होंने मरने से पहले वीडियो बनाकर मेरी बहन को भेजा। पुलिस जब तक मोबाइल को अनलॉक करती और देखती, तब तक बात सभी तक पहुंच गई, जिनके नाम लिए हैं, इन सब लोगों ने पिताजी को इतना परेशान किया कि वो खुद अपनी जान लेने पर मजबूर हो गए और आत्महत्या कर ली।
खुद की जमीन पर मकान बनाना चाहते थे
अंकित ने कहा कि पिताजी अपनी खुद की जमीन पर मकान बनाना चाहते थे। मंत्री महेश जोशी सहित कई लोग उन्हें मकान बनाने से बार-बार रोकते थे। जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बावजूद घर के बाहर गार्ड लगा दिए थे, जिससे कि मकान का निर्माण का काम नहीं करवा सकें। इस मामले को लेकर हमारी दादीजी भी कुछ दिनों पहले मंत्री महेश जोशी से मिली थीं, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की। अंकित ने कहा, जब तक पुलिस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज नहीं करेगी, तब तक शव नहीं ले जाने देंगे।
'कितना शर्मनाक है, रक्षक ही बने भक्षक; मंत्री से परेशान होकर एक गरीब आदमी को आत्महत्या करनी पड़ी'
राजस्थान से बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने भी तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि चांदी की टकसाल, जयपुर में रामप्रसाद मीणा द्वारा आत्महत्या करना नितान्त दुःखद है। यह कितना शर्मनाक है कि अशोक गहलोत सरकार के मंत्री से परेशान होकर एक गरीब आदमी को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा है। ऐसी नकारा और निक्कमी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। जरूरी है कि सरकार रामप्रसाद मीणा जी के शोकमग्न परिवार को तुरंत सरकारी राहत उपलब्ध करवाएं और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए एक मिसाल पेश करें, जिससे मंत्री पद का दुरुपयोग कर रहे लोग बाज आएं। मुख्यमंत्री जी इस ओर ध्यान दें कि प्रदेश में ऐसी शर्मनाक घटना की पुनरावृति न हो।
डेड बॉडी मिलने का इंतजार कर रही पुलिस
सुभाष चौक थाना पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। सीआई रामफूल के मुताबिक, मृतक के परिवार के लोग और जमा हुए लोग चाहते हैं कि सरकार से कोई मदद मिल जाए। यह तो जांच में ही सामने आएगा कि किसने उन्हें परेशान किया और क्यों फंदा लगाया गया है। उनकी परेशानी का विषय बाद में पता चलेगा। क्योंकि यह पूरा जांच का विषय है। उनके वीडियो की भी जांच होगी। तभी कुछ कह पाएंगे। डेड बॉडी मिलने का इंतजार हो रहा है और समझाइश चल रही है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.