जयपुर (संदीप अग्रवाल): राजधानी जयपुर में 17 अप्रैल को सुभाष चौक चांदी की टकसाल निवासी रामप्रसाद मीणा ने सरकार में जलदाय मंत्री महेश जोशी सहित छह लोगों के खिलाफ बयान देकर सुसाइड करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मौके पर यानी धरनास्थल पर राज्य सभा सांसद (बीजेपी) किरोड़ी लाल मीणा भी पहुंच गए है और आंदोलनकारियों के साथ धरने पर बैठ गए है। मौके पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात है।
जलदाय मंत्री महेश जोशी सहित कई लोगों पर परेशान करने का आरोप
मृतक राम्रप्रसाद ने सुसाइड करने से पूर्व एक वीडियो बनाया था, रामप्रसाद के वायरल वीडियो में जलदाय मंत्री महेश जोशी सहित कई लोगों पर मकान निर्माण में बाधा डालने के साथ ही पड़ोस में बन रही होटल के धड़ल्ले से निर्माण होने के आरोप लगाए। रामप्रसाद के आरोपों के बाद मंगलवार को नगर निगम प्रशासन हरकत में आ गया।
किरोड़ी ने कार्रवाई की मांग की
बता दें इससे पहले बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर लिखा- चांदी की टकसाल, जयपुर में रामप्रसाद जी मीणा द्वारा आत्महत्या करना नितान्त दुःखद है। यह कितना शर्मनाक है कि अशोक गहलोत सरकार के मंत्री से परेशान होकर एक गरीब आदमी को आत्महत्या
का कदम उठाना पड़ा है। ऐसी नकारा और निक्कमी सरकार व लेख एक क्षण भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। जरूरी है कि सरकार रामप्रसाद मीणा जी के शोकमग्न परिवार को तुरंत सरकारी राहत उपलब्ध करवाएं और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करते हुए एक मिसाल पेश करे, जिससे मंत्री पद का दुरुपयोग कर रहे लोग बाज आए। मुख्यमंत्रीजी इस ओर ध्यान दे कि प्रदेश में एसी घटना की पुर्नावर्ति ना हो।
वीडियो में बताई आत्महत्या की वजह
उल्लेखनीय है कि रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या करने से पहले जो वीडियो शेयर किया। उसमें उन्होंने बताया है कि मुझे व परिवार को टॉर्चर किया जा रहा है इनमें देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शेरेटन के मालिक राकेश टांक, मुनजी टांक और देव अवस्थी के साथ लाल चंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी हैं। किरोड़ी झील लाल बाबा से निवेदन है कि हमारे परिवार को इंसाफ दिलाएं।
किरोड़ी लाल मीणा बैठे धरने पर
रामप्रसाद के आत्महत्या मामले में सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी कूद गए हैं। किरोड़ी के भाई जगमोहन मीणा पहले से ही धरना दे रहे थे। अब किरोड़ी भी धरने में शामिल हो गए हैं। किरोड़ी ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर मामले में लिप्त लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
सतर्कता उपायुक्त को सुरक्षा घेरे में निकाला
कार्रवाई के लिए पहुंचे सतर्कता उपायुक्त नीलकमल पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और घेराबंदी कर दी। इस पर पुलिस के सुरक्षा घेरे में उन्हें गाड़ी तक पहुंचाकर रवाना किया गया। हालांकि उनकी गाड़ी को फिर रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला।
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