जयपुर (संदीप अग्रवाल): कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राज्य में मत्स्य विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। आज राज्य में युवा वर्ग भी मत्स्य पालन के क्षेत्र में रुचि दिखा रहा है, साथ ही राज्य में मत्स्य विकास के साथ रोजगार के संसाधनों में भी वृद्धि हो रही है।
घर बैठे कर सकेंगे आवेदन
कटारिया शुक्रवार को कृषि पंत भवन में राज मत्स्य योजना पोर्टल के लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान कटारिया ने राज मत्स्य योजना पोर्टल का ऑनलाइन लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि पोर्टल के माध्यम से राज्य के किसान घर बैठे विभागीय योजनाओं के लिए स्वयं के एसएसओ आईडी अथवा ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
साथ ही आवेदन प्रगति के बारे में भी पोर्टल के माध्यम से जानकारी ले पाएंगे। उन्होंने कहा कि आवेदन विभाग में प्राप्त होने से लेकर अनुदान स्वीकृति तक प्रत्येक चरण की सूचना किसान को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी।
इन योजनाओं का मिलेगा लाभ
मछली पालन हेतु निजी जमीन पर तालाब का निर्माण, मछली पालन पर प्रथम वर्ष में होने वाले उपादान पर खर्च, खारे पानी में झींगा पालन हेतु तालाब का निर्माण, मत्स्य बीज हैचरी की स्थापना, मछली पकड़ने के नाव के क्रय हेतु, रिसर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम, फिश फीड इकाई की स्थापना, केज कल्चर हेतु अनुदान योजना, कोल्डस्टोरेज की निर्माण योजना, कोल्ड स्टोरेज पुनरूद्धार आदि योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
इसके अलावा खुदरा मछली बाजार एवं संसाधनों के विकास हेतु योजना, खुदरा रंगीन मछली विक्रय केन्द्र कियोस्क की स्थापना, प्रशीतित ट्रक के क्रय, इन्स्यूलेटेड ट्रक के क्रय, मोटर साईकिल आइस बॉक्स क्रय, साईकल आइस बॉक्स, सेविंग कम रिलीफ योजना, मछुआरों का सामूहिक दुर्घटना बीमा आदि विभागीय योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
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