भारतीय सांख्यिकी के जनक प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस के जन्मदिवस पर 17वें सांख्यिकी दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर(प्रशासन),बून्दी मुकेश कुमार चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि जिला रसद अधिकारी शिवजीराम जाट एवं सहायक निदेशक सांख्यिकी बैजनाथ भील ने दीप प्रज्जवलन कर किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में सांख्यिकी अधिकारी सत्यवान शर्मा ने सांख्यिकी दिवस के अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सांख्यिकी कर्मचारी पर्दे के पीछे रहकर उत्कृष्ट योजनाओं तथा नीतियों का निर्माण करने के लिए संमक उपलब्ध कराते हैं और रात दिन एक करके ऐसी योजना बनाते हैं जो गरीब, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों में नव जीवन का संचार करती है। इसलिए सांख्यिकी कार्मिकों को नियोजन के साथ- साथ मोनिटरिंग एवं नियंत्रण में भी उपयोग में लिया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्य वक्ता राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ संजय भल्ला ने कहा कि वर्तमान युग में जहां सूचनाओं का सोशल मीडिया तथा विभिन्न प्लेटफार्म में अपार भंडार है। उनमें सूचनाओं का प्रमाणीकरण होना अतिआवश्यक हैं अन्यथा गलत सूचनाऐं सोशल मिडिया के मार्फत आम जन के निर्णय को बदलने में प्रभावी भूमिकाऐं अदा कर रही हैं जो समाज के लिए घातक है। मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) मुकेश कुमार चौधरी ने कहा कि प्रशासन आम नागरिकों के लिए सेवाऐ देने हेतु सांख्यिकी आंकड़ों पर निर्भर रहता है चाहे वह कृषि सांख्यिकी हो,जनगणना हो,जनाधार हो,राशन वितरण हो,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाऐं हो या ग्रामीण विकास की योजनाऐं या अन्य सुविधाऐं। सांख्यिकी के कार्मिक प्रशासन के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहते है। यही कारण है कि वर्ष 2019 में राज्य स्तरीय प्रो0महालनोबिस अवार्ड एसएस व्यास को,2020 में सत्यवान शर्मा को ,2022 में रविन्द्र कुमार वधवा को एवं इस वर्ष 2023 में भवानी सिंह को मिलाा यह जिले के सांख्यिकी कार्मिकों राज्य स्तर पर बडा सम्मान हैं ,इस अवसर पर अति0जिला कलक्टर प्रशासन ने सभी सांख्यिकी अधिकारियों/कार्मिकों का आवाहन किया कि प्रोफेसर प्रशान्तचन्द्र महालनोबिस ने जिस प्रकार सांख्यिकी के टूल्स एवं टेक्निक की मदद से आम जन के जीवन में सहूलियतें दी है आप सभी मिलकर उनके कार्य को आगे बढायें। प्रथम सत्र में महेष कुमार बैरवा,बीएसओ तालेडा ने प्रोफेसर प्रषान्तचन्द्र महालनोबिस की जीवनी पर प्रकाश डाला,रविन्द्र कुमार वधवा,ब्लॉक सांख्यकी अधिकारी बून्दी ने प्रशासन में सांख्यिकी की भूमिका पर प्रकाष डाला,विकास सिंह हाडा -सांख्यिकी निरीक्षक ने सतत आर्थिक विकास लक्ष्य ,सुरेन्द्र कुमार मीणा-सहायक सांख्यिकी अधिकारी ने क्रॉप कटिंग व सेम्पल सर्वे पर विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर नम्रता जैन,संतोष कुमार मीणा,रविन्द्र कुमार चतुर्वेदी,ओमप्रकाश जैन आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के समापन सत्र की अध्यक्षता कर रहे जिला रसद अधिकारी ने कहा कि रसद विभाग में सांख्यिकी कार्मिकों की भूमिका को देखते हुये राज्य स्तर से सांख्यकी कार्मिकों को राज्य एवं जिलों के रसद कार्यालयों में पदस्थापित करने की कवायद प्रारम्भ कर दी गई है। सांख्यिकी कार्मिक ही है जो आंकड़ों के मकड़जाल से अधिकारियों एवं विभाग को निजात दिला सकते है। निर्णय लेने के लिए एनालिटिकल डेटा उपलब्ध करा सकते है। अन्त में सहायक निदेशक सांख्यिकी बैजनाथ भील ने सभी का आभार व्यक्त किया
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