करौली जिले के करणपुर क्षेत्र के कानरदा गांव में टाइगर के मूवमेंट से लोगों में डर का माहौल है। रणथंभौर अभयारण्य क्षेत्र से विचरण कर आए बाघ ने गांव की तलाई पर पानी पीने गई एक भैंस और पाडी का शिकार कर लिया। ग्रामीणों की सूचना पर वाइल्ड लाइफ और वन विभाग के सुरक्षा कर्मियों मौके पर पहुंचे तो उनको पग मार्क मिले। टाइगर की पहचान के लिए वन कर्मियों ने पर्ग मार्क उठाए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि कानरदा निवासी रामरतन मीणा की भैंस और अमृतलाल बैरवा की पाडी जंगल में चरने गई थी। इस दौरान वह तलाई पर पानी पीने गई थी। यहां शिकार के लिए झाड़ी में छुप कर बैठे टाइगर ने इन पर हमला कर दिया। सूचना मिलने पर वन सुरक्षा के होम गार्ड गोपाल मीणा और वाइल्ड फॉरेस्ट के मुकेश शर्मा ने तलाई पर बाघ के पग मार्क लिए। तलाश करने पर डाबरे की तलाई के पास एक भैंस और पाडी मृतावस्था में मिले।
करणपुर थानाधिकारी लाल बहादुर ने बताया कि पशुपालकों ने थाने में घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई है। क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि वेटरनरी डॉक्टर भगवान दास और नरेन्द्र कुमार शर्मा को मौके पर बुलाकर टाइगर के हमले में मृत भैंस और डेढ़ साल की पाडी का पोस्टमॉर्टम कराया है।
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