बुलढाणा के जिस बस हादसे (Buldhana Bus Accident) में 25 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी, उस बस के ड्राइवर को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया था. बताया गया है कि एक्सीडेंट के वक्त बस का ड्राइवर शराब के नशे में था. गौरतलब है कि 1 जुलाई को समृद्धि एक्सप्रेसवे पर नागपुर से पुणे जा रही एक बस हादसे का शिकार हो गई थी. उस बस के ड्राइवर के ब्लड सैंपल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है की उस वक्त ड्राइवर शराब पीए हुए था. उसके ब्लड में शराब के सबूत मिले हैं. बुलढाणा में हादसे का शिकार हुई बस के ड्राइवर की फॉरेंसिक रिपोर्ट में ये चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि दुर्घटना के समय बस चालक नशे में था.
क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (आरएफएसएल) अमरावती की एक जांच रिपोर्ट के मुताबिक दुर्घटना के दिन ड्राइवर शेख दानिश के खून के नमूने में अल्कोहल कानूनी सीमा से 30 प्रतिशत से ज्यादा था. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि 1 जुलाई की आधी रात को जो बस हादसा हुआ वह समृद्धि हाईवे के कारण नहीं, बल्कि ट्रैवल्स चलाने वाले ड्राइवर के नशे में होने के कारण हुआ. फोरेंसिक रिपोर्ट में इस संभावना की भी जांच की गई कि दुर्घटना टायर फटने के कारण हुई. इसके लिए टायरों के निशान और सैंपल भी जांचे गए. हालांकि इस संभावना को खारिज कर दिया गया है.
गौरतलब है कि 30 जून से 1 जुलाई की मध्यरात्रि के करीब बस का एक्सीडेंट हुआ था. फोरेंसिक टीम ने 1 जुलाई को दोपहर के आसपास बस ड्राइवर के खून का नमूना लिया. इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरान खून में अल्कोहल की मात्रा कम हो जानी चाहिए. इसका मतलब यह है कि दुर्घटना के समय ड्राइवर के खून में अल्कोहल की मात्रा रिपोर्ट में बताई गई मात्रा से कई गुना अधिक होने की संभावना है.
सबूतों से पता चला कि दुर्घटना के समय ड्राइवर सो रहा था, जिसके कारण बस डिवाइडर से टकरा गई और बस में आग लग गई. बस ड्राइवर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. ड्राइवर की ब्लड रिपोर्ट से उसे दोषी ठहराया जा सकता है. जिसके नतीजे में उसे 10 साल तक की जेल और भारी जुर्माना हो सकता है.
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