पीसीएस अफसर ज्योति मौर्या और पंचायती राज विभाग में चपरासी के पद पर कार्यरत पति आलोक मौर्य के बीच विवाद इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या के बीच शुरू हुए विवाद में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों के बीच दूरी की असली वजह होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे ही है. चिरईगांव वाराणसी की रहने वाली ज्योति मौर्या और आजमगढ़ के रहने वाले आलोक कुमार मौर्या की शादी 2010 में हुई थी. जब दोनों की शादी हुई थी उस समय पति आलोक मौर्या पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे. लेकिन 2015 में ज्योति मौर्या का सलेक्शन यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस भर्ती में 16 वी रैंक पर एसडीएम के पद पर हो गया. हालांकि एसडीएम बनने के बाद भी ज्योति मौर्या और आलोक मौर्या के बीच सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन 2021 में मनीष दुबे की ज्योति मौर्या की लाइफ में एंट्री के बाद ही आलोक मौर्या कि जिंदगी में भूचाल आ गया. आलोक मौर्या और ज्योति मौर्या के बीच दूरियां बढ़ने लगी थी.
जानकारी मिली है कि ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या अपने परिवार के झगड़े को तब पब्लिक में लेकर नहीं आए जब तक कि उसे अपने हत्या की साजिश की जानकारी नहीं थी. दरअसल ज्योति मौर्या की ओर से पति आलोक मौर्या पर अपने व्हाट्सएप हैक करने और तमाम कॉल रिकॉर्डिंग को चोरी करने का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह पूरी तरह से बेबुनियाद है. जांच में यह बात सामने आई है कि ज्योति मौर्या जिस मोबाइल का इस्तेमाल करती थी, उस नंबर पर चलने वाला व्हाट्सएप घर में पड़े एक पुराने मोबाइल पर भी चल रहा था. इसी व्हाट्सएप को देखकर पति आलोक मौर्य को अपनी एसडीएम पत्नी ज्योति मौर्या पर शक हुआ. जिसके बाद मनीष दुबे को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़े हुआ करते थे.
लेकिन जब आलोक मौर्या को इस बात का पता चला कि पत्नी ज्योति मौर्या और उसका तथाकथित प्रेमी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे उसकी हत्या करना चाहते हैं, तब वह मुख्यमंत्री के जनता दरबार में गया. डीजी होमगार्ड बीके मौर्या से भी शिकायत की थी. इस मामले की जांच मई महीने में डीजी होमगार्ड बीके मौर्या ने डीआईजी होमगार्ड संतोष कुमार सुचारी को सौंपी. जांच में सबसे पहले शिकायतकर्ता आलोक मौर्य के बयान दर्ज किए गए. आलोक की ओर से बड़ी संख्या में व्हाट्सएप चैट और सैकड़ों ऑडियो रिकॉर्डिंग मुहैया कराई गई. इसके अलावा ज्योति मौर्या के डायरी के कुछ पन्ने भी दिए गए, जिसमें कि काम के बदले रिश्वत लिए जाने का भी पति आलोक की ओर से दावा किया गया है. आलोक ने अपने बयान में बताया कि किस तरह से उनकी पत्नी घंटों मनीष दुबे से बात किया करती थी. यहां तक कि जिस वक्त दफ्तर में काम का समय होता था उस समय भी दोनों घंटों बात करते थे. दोनों के फोन नंबरों की अगर कॉल डिटेल निकाली जाए तो इस बात का पता चल सकता है.
वहीं उस व्हाट्सएप चैट को भी जांच में सामने रखा जिसमें दोनों एक दूसरे को आईलवयू भी लिख रहे हैं. इसके अलावा सबसे बड़ा खुलासा अपने बयान में पति आलोक ने किया है कि मनीष दुबे प्रयागराज आते थे और दोनों होटल में भी अकेले मिलते थे. व्हाट्सएप चैट में एक जगह एक संकेत भी ज्योति मौर्या की ओर से मनीष दुबे को भेजा गया था, जिसका मतलब आलोक मौर्य ने बताया कि संबंध बनाने के लिए सुरक्षा कवच लाने के लिए ज्योति ने मनीष को कहा था. इस तरह के कई सनसनीखेज खुलासे आलोक मौर्या की ओर से किए गए. वहीं ज्योति मौर्या को जब बयान के लिए बुलाया गया तो ज्योति मौर्या ने छुट्टी न मिलने का बहाना करते हुए आने में असमर्थता जता दी थी. हालांकि उन्होंने कहा था कि वह अपना बयान जरूर देंगी. जिसके बाद ज्योति मौर्या ने डीआईजी होमगार्ड संतोष कुमार सुचारी को अपना लिखित बयान दिया था. ज्योति मौर्या ने अपने बयान में मनीष दुबे के साथ बातचीत और व्हाट्सएप चैट की बात स्वीकार कर ली थी, लेकिन उसने यह भी लिखा कि उसके पति और ससुराल के लोग उसे परेशान करते थे और दहेज मांग रहे थे. ज्योति ने बताया है कि 40 लाख रुपए और फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग की जा रही थी. जिसको लेकर धूमनगंज थाने में उसने एफआईआर दर्ज कराई है. इसके अलावा प्रयागराज के परिवार न्यायालय में तलाक की अर्जी दिए जाने की भी जानकारी अपने लिखित बयान में ज्योति मौर्या ने दी है.
वहीं होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे का भी बयान लिया गया. मनीष दुबे ने भी बयान में अपने संबंधों की बात स्वीकार कर ली है. हालांकि इस जांच में मनीष के कई अन्य महिलाओं के साथ भी संबंधों का भी खुलासा हुआ है. जांच में पता चला है कि मनीष दुबे ने 2021 में तनु पराशर से लव मैरिज की थी. शादी से पहले तनु से छह लाख मनीष के लिए थे. मनीष दुबे की पत्नी ने अपने बयान में बताया है कि मनीष उससे 80 लाख रुपए मांग रहा था, इसके साथ ही तनु के नाम जो फ्लैट था उसे भी अपने नाम करने का दबाव डाल रहा था. समय रहते तनु पराशर ने पति मनीष दुबे की मंशा को भांप गई और उसने रुपए देने और फ्लैट उसके नाम करने से इनकार कर दिया. जिसके चलते शादी के 15 दिन 20 दिन बाद से ही दोनों अलग रह रहे हैं और मनीष ने तलाक की अर्जी भी कोर्ट में दाखिल कर रखी है.
डीआईजी होमगार्ड की जांच में अमरोहा की एक महिला होमगार्ड के भी बयान दर्ज किए गए हैं. महिला होमगार्ड ने मनीष दुबे पर संबंध बनाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है. पीड़िता होमगार्ड ने भी अपना बयान दर्ज कराया है. उसने आरोप लगाया है कि मनीष दुबे उसे लगातार बुलाते थे और उसका मानसिक उत्पीड़न करते थे. जब उसने मनीष दुबे की बात नहीं मानी तो उसे सस्पेंड कर दिया गया और उसका मानसिक उत्पीड़न किया गया. हालांकि बाद में डीजी होमगार्ड के यहां महिला होमगार्ड पेश हुई और उसे बहाल किया गया. इसके अलावा इस जांच के दायरे में यूपी कैडर के एक आईपीएस की पूर्व पत्नी के साथ भी होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के संबंधों का भी खुलासा हुआ है. डीआईजी होमगार्ड की जांच में आईपीएस की पूर्व पत्नी के भी बयान दर्ज कराए गए हैं. झांसी की रहने वाली एक लड़की का भी शोषण करने का मनीष दुबे पर आरोप है. इस लड़की ने जांच में बताया है कि फेसबुक के माध्यम से उसकी दोस्ती हुई थी. इसके बाद साथ शादी का झांसा देकर 2 साल तक उसके साथ मनीष दुबे ने संबंध बनाया. हालांकि डीआईजी होमगार्ड की जांच में इस लड़की का नाम हटा दिया गया है, क्योंकि इस लड़की की जल्द ही शादी होने वाली है और अब इस विवाद से दूरी बना चुकी है.
बहरहाल डीआईजी होमगार्ड संतोष कुमार सुचारी की जांच रिपोर्ट के बाद डीजी होमगार्ड बीके मौर्य ने महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेड मनीष दुबे को सस्पेंड करने की संस्तुति शासन को भेज दी थी, जिस पर एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. लेकिन इस मामले में ज्योति मौर्या के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जो इस मामले की जांच को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं.
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