राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक दुर्घटना होने पर अपना इस्तीफा दे दिया था. इसी के साथ ही उन्होंने शुक्रवार को ओडिशा में हुए एक दर्दनाक रेल दुर्घटना के बाद अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग भी की.
उन्होंने मीडिया से कहा, ‘जब लाल बहादुर शास्त्री रेल मंत्री थे, तब एक दुर्घटना हुई थी और एक हादसा फिर से हुआ है. उसके बाद, जवाहरलाल नेहरू इस बात के खिलाफ थे कि शास्त्री इस्तीफा दें, लेकिन शास्त्री ने कहा कि यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है और उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया. आज देश के सामने उसी तरह की एक घटना है, राजनेताओं को संभावित कदम उठाने चाहिए.’
पवार ने ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया. गौरतलब है कि बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ. दोनों यात्री ट्रेन में करीब 2500 यात्री सवार थे. दुर्घटना में 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए.
रेल हादसे के बाद करीब 90 ट्रेन को रद्द किया गया है, जबकि 46 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया. हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं. एक अधिकारी ने शनिवार अपराह्न तक उपलब्ध रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हादसे में 288 यात्रियों की मौत हुई है. वहीं, 56 घायलों की हालत गंभीर है.
रेल हादसे की प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि दुर्घटनाग्रस्त हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन बाहानगा बाजार स्टेशन से ठीक पहले मुख्य मार्ग के बजाय ‘लूप लाइन’ पर चली गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई. समझा जाता है कि बगल की पटरी पर क्षतिग्रस्त हालत में मौजूद कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकराने के बाद बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के डिब्बे भी पलट गये.
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