इंदौर में कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने कहा कि आजाद भारत में पहली बार इतना बड़ा रेल हादसा हुआ. जिसमें 3 अप्रैल टकराई और 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम के लिए केंद्र सरकार के रेल मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया है.
ओडिशा के बालासोर में दर्दनाक ट्रेन हादसा हो चुका है. इस पर अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इंदौर में बयान देते हुए केंद्र पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आजाद भारत में पहली बार इतना बड़ा रेल हादसा हुआ जिसमें तीन ट्रेनें टकराई, 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और 1000 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इंडियन रेलवे ने इस दुर्घटना को लेकर प्राथमिक तौर पर वक्तव्य दिया है. उसमें इंटरलॉकिंग सिस्टम का फॉल्ट कारण बना है. इंटरलॉकिंग फॉल्ट को लेकर रेलवे के एक बड़े अधिकारी ने सरकार को सूचित किया था और दुर्घटना की आशंका जाहिर की थी.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इंटरलॉकिंग सिस्टम में फॉल्ट की जानकारी फरवरी में रेलवे के अधिकारी ने बकायदा पत्र लिख कर दी थी. यह पत्र पब्लिक डोमेन में भी है जरूरत पड़ी तो मैं आपको दे दूंगा. उसमें साफ शब्दों में लिखा है कि एक बहुत बड़ा खतरा इससे हो सकता है. इसे तत्काल दूर करने की जरूरत है, लेकिन वह दूर नहीं किया गया. जिसकी वजह से आज यह रेल हादसा हुआ, पहले की रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री की शख्सियत ऐसी थी, जिन्होंने छोटे से रेल हादसे की वजह से रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन इस सरकार का रुख आपके सामने है.
केंद्र सरकार रेलवे की सेफ्टी और मेंटेनेंस की ओर ध्यान नहीं दे रही है. 2014 के बाद से ट्रेन के पटरी होने के हादसे बढ़ गए हैं, रेलवे की सुरक्षा और रखरखाव का बजट सरकार ने काम कर दिया है और बुलेट ट्रेन चलाने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है. जिसमें गरीब आदमी यात्रा ही नहीं कर सकता जबकि यूपीए सरकार में जब लालू यादव रेल मंत्री थे तब उन्होंने गरीब रथ ट्रेन चलाई थी. जिसमें गरीब आदमी भी कम किराए में अच्छी सुविधा वाली ट्रेन में सफर कर सकता है. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन के सामने कोई जानवर आ जाए तो पूरा इंजन चकनाचूर हो जाता है. सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
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