प्रयागराज के स्वास्थ्य विभाग में तैनात स्टेनो के ऊपर दस्तावेज निरक्षण के नाम पर डॉक्टरों से रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. खास बात यह है कि इसकी शिकायत उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और मंडलायुक्त से की गई है. शिकायत करने वाले चिकित्सकों ने ट्वीट में लिखा है . अपर निदेशक प्रयागराज कार्यालय में डीसएच कोर्स के लिए तीन साल के एसीआर की प्रमाणित प्रति के लिए तैनात ओम प्रकाश चिकित्सकों से 25 हजार रुपये घूस मांग रहा है. घूस न देने पर चिकित्सकों को वापस कर देता है.
आरोप है कि कुछ विभागीय अधिकारियों के सह पर वह यहां पर वसूली कर रहा है. वह स्टेनो पद पर तैनात है लेकिन काम बाबू का कर रहा है. डिप्टी सीएम ने आश्वासन दिया है कि इसकी गोपनीय जांच की जाएगी. दरअसल, ओमप्रकाश अधिकारियों की सांठ-गांठ से स्टेनो पद पर होते हुए बाबू का भी काम संभाल रहा है. मेडिकल, फिटनेस, एसीआर आदि काम वही कर रहा है.
आरोप है कि मेडिकल बनाने के नाम पर भी वह लोगों से रुपये वसूलता है. इसकी शिकायत भी होती है लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई भी नहीं होती है. अब मामला शासन स्तर पर पहुंचा है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने चिकित्सकों को आश्वासन दिया है कि स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल कर रहे ऐसे लोगों पर कार्रवाई तय है.
स्टेनो की शिकायत होने व मामला प्रकाश में आने के बाद भी स्टेनों के खिलाफ अपर निदेशक स्वास्थ्य की ओर से कोई भी कार्रवाई अपने स्तर से नहीं की गई है. अपर निदेशक डॉ. केके वर्मा का कहना है कि हमारे पास शिकायत आएगी तो हम देखेंगे. आरोप तो किसी के ऊपर कोई लगा सकता है. अपर निदेशक स्टेनो का बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
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