प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत को अमेरिका के साथ अपनी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर गर्व है जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, लोगों के बीच परस्पर मजबूत संबंधों और वैश्विक शांति एवं समृद्धि के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की नींव पर बनी है. उन्होंने इस महीने के अंत में होने वाली अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के निमंत्रण के लिए प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष कैविन मैक्कार्थी, सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर, सीनेट रिपब्लिकन नेता मिच मैककॉनेल और प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफरीज को धन्यवाद देते हुए एक ट्वीट में यह टिप्पणी की.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कैविन मैक्कार्थी, मिच मैककॉनेल, चक शूमर और हकीम जेफरीज को इस निमंत्रण के लिए धन्यवाद. मैं इसे स्वीकार करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं और एक बार फिर कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं.’ उन्होंने कहा, ‘हमें अमेरिका के साथ अपनी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर गर्व है, जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, लोगों के बीच परस्पर मजबूत संबंधों और वैश्विक शांति एवं समृद्धि के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की नींव पर बनी है.’
पीएम मोदी 22 जून को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. अमेरिकी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि पीएम मोदी भारत के भविष्य के बारे में अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे और दोनों देशों के सामने मौजूद वैश्विक चुनौतियों पर बोलेंगे. राष्ट्रपति जो बाइडेन 22 जून को प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा की मेजबानी करेंगे, जिसमें राजकीय रात्रिभोज भी शामिल होगा.
अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं ने एक बयान में कहा था, ‘अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और अमेरिकी सीनेट के द्विदलीय नेतृत्व की ओर से आपको बृहस्पतिवार 22 जून को कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करना हमारे लिए सम्मान की बात है.’ जून 2016 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही वे देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे, जो दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे.
राजीव गांधी 13 जून 1985 को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे. तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 19 जुलाई 2005 को, अटल बिहारी वाजपेयी ने 14 सितंबर 2000 को, पी वी नरसिंह राव ने 18 मई 1994 को संयुक्त सत्र को संबोधित किया था.
वैश्विक स्तर पर देखें, तो ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल (1941, 1943 और 1952) और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (1996, 2011 और 2015) ने कांग्रेस को तीन-तीन बार संबोधित किया. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला ने भी दो बार अमेरिकी संसद को संबोधित किया था.
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