भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा और 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रमुखों की नियुक्ति कर दी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना खुद को बैकफुट पर पा रही है. हालांकि पार्टी ने यह कहते हुए इस कदम के महत्व को कम दिखाने की कोशिश की कि इससे उनके गठबंधन में कोई खटास नहीं आएगी. शिंदे गुट की शिवसेना कहा कि बीजेपी केवल अपनी पार्टी का आधार बनाने की कोशिश के लिए ऐसा कर रही. शिवसेना ने यह भी दावा किया कि वह उन सभी 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिन पर अविभाजित शिवसेना ने 2019 के चुनावों में इलेक्शन लड़ा था.
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने कहा कि ‘हमारा बीजेपी के साथ गठबंधन है. अगर बीजेपी ने चुनाव प्रमुखों की नियुक्ति की है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. इन चुनाव प्रमुखों को पार्टी के संगठनात्मक नेटवर्क को बनाने और इसके आधार को बढ़ाने के लिए नियुक्त किया गया है. हमारे नेता और भाजपा नेता सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर समन्वय के साथ काम करेंगे. भाजपा ने जो चुनाव प्रमुख नियुक्त किए हैं, वे उस सीट पर अपने उम्मीदवार की मदद करेंगे, जहां से पार्टी चुनाव लड़ रही है. इसी तरह चुनाव प्रमुख हमारे उस उम्मीदवार के लिए भी काम करेंगे, जहां बीजेपी चुनाव नहीं लड़ रही है.’
म्हस्के ने कहा कि शिंदे शिवसेना आगामी लोकसभा चुनाव में 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि 2019 में बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाली शिवसेना ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार भी हम 22 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के बाद शिवसेना अलग हो गई. जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं. वहीं मावल लोकसभा सीट से दो बार सांसद चुने गए श्रीरंग बार्ने ने भी कहा कि ‘एक चुनाव प्रमुख की नियुक्ति का मतलब यह नहीं है कि उसी व्यक्ति को भाजपा मैदान में उतारेगी.’ बार्ने ने कहा कि ‘यह पार्टी और संगठनात्मक नेटवर्क बनाने की रणनीति है. लेकिन एक बात निश्चित है. मैं 2024 में मावल लोकसभा से चुनाव लड़ूगा.’
बीजेपी ने रायगढ़ जिले से पार्टी विधायक प्रशांत ठाकुर को अपना मावल लोकसभा चुनाव प्रमुख नियुक्त किया है. रायगढ़ जिले की तीन विधानसभा सीटें मावल लोकसभा सीट का हिस्सा हैं. दूसरी ओर भाजपा के विधायक महेश लांडगे को शिरूर लोकसभा चुनाव प्रमुख नियुक्त किया गया है. लांडगे लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि ‘मैं शिरूर लोकसभा सीट के उम्मीदवारों में से एक हूं.’ जबकि पिंपरी के लिए भाजपा के चुनाव प्रमुख के रूप में नियुक्त किए गए अमित गोरखे ने कहा कि ‘मैं पिंपरी विधानसभा सीट के लिए एक उम्मीदवार था. लेकिन मेरी नियुक्ति का मतलब यह नहीं है कि मैं अब विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगा. मेरा काम पार्टी के नेटवर्क का विस्तार करना और पार्टी को सीट पर मजबूत करना है. अगर शिवसेना का कोई उम्मीदवार यहां से चुनाव लड़ता है, तो भाजपा और शिवसेना दोनों मिलकर उसकी जीत के लिए निर्वाचन क्षेत्र में काम करेंगी.’
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