इस वक्त बिहार के अरवल जिल से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां टेरर फंडिंग के मामले में एनआईए की छापेमारी चल रही है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार के मगध जोन एरिया में एनआईए की टीम ने रेड मारी है. बताया जा रहा है कि माओवादी संगठन को किए जाने वाले टेरर फंडिंग मामले में मगध क्षेत्र के अंतर्गत अरवल जिले में छापेमारी चल रही है. इस दौरान सीपीआई आतंकी फंडिंग मामले में चौथे आरोपी को गिरफ्तार किया है.
बता दें, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को बिहार के मगध क्षेत्र में प्रतिबंधित संगठन के पुनरुद्धार के लिए किए जा रहे प्रयासों के संबंध में सीपीआई (माओवादी) आतंकी फंडिंग मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. 46 साल के आनंदी पासवान उर्फ आनंद पासवान के खिलाफ बिहार के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में पांच से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. 12 फरवरी 2022 को बिहार के अरवल जिले के थाना किंजर क्षेत्र के निरखपुर गांव निवासी आनंदी के परिसरों पर की गई छापेमारी में अवैध हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया गया था.
मिली जानकारी के अनुसार मगध क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) कैडरों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किए जा रहे आतंकी फंडिंग नेटवर्क से संबंधित मामले (आरसी-05/2021/एनआईए-आरएनसी) में यह चौथी गिरफ्तारी है. तरुण कुमार, प्रद्युम्न शर्मा और अभिनव उर्फ गौरव को पहले एनआईए ने गिरफ्तार किया था, जिसने 20 जनवरी 2023 को इस मामले में दो आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन, सीपीआई (माओवादी), मगध क्षेत्र क्षेत्र में खुद को पुनर्जीवित करने के लिए अपने आपराधिक और हिंसक डिजाइनों को आगे बढ़ाने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की खरीद और नए कैडरों की भर्ती के लिए धन जुटाने की कोशिश कर रहा था. वे इस क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को पुनर्जीवित करने और मजबूत करने के लिए विभिन्न जेलों में बंद नक्सलियों और ओडब्ल्यूजी के साथ संपर्क कर रहे थे. एनआईए ने 30 दिसंबर 2021 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था और मामले की जांच जारी रखी है.
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