करनाल. जब स्कूल की घंटी बजी तो रविवार की छुट्टी की खुशी में मानसु दोस्तों के साथ स्कूल से घर की तरफ निकल पड़ा. सभी बच्चे हंसते खेलते जा रहे थे. क्योंकि, कल छुट्टी का दिन था और मौजमस्ती करनी थी. पूरा दिन दोस्तों के साथ खेलना था. वो फिरनी (गांव की सड़क) के रास्ते स्कूल से घर की तरफ निकले. कई दिनों से सड़क का काम रुका हुआ थी. बारिश के कारण वहां पर फिसलन थी. मानसू का पैर फिसला और वो जोहड़ में जा गिरा. तभी वहां से जा रहा एक और साथी वरुण ने मानसु को बचाने के लिए जोहड़ में छलांग लगा दी.
नौवीं कक्षा का छात्र वरुण जान की परवाह किए बगैर जोहड़ में कूद तो गया लेकिन दोनों ही डूब गए. दोनों बच्चे बाहर निकलने की जद्दोजहद करते रहे. लेकिन बाहर नहीं निकल सके. बाकी बच्चों ने गांव वालों को सूचना दी. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. जब तक गांव वाले पहुंचते, तब तक दोनों बच्चे जोहड़ में डूब चुके थे. बाद में दोनों को बाहर निकाला गया और अस्पताल में दोनो को मृत घोषित कर दिया गया. दोनों ही अपने परिवार के इकलौते चिराग थे. दोनों के सपने होंगे, पढ़ना होगा. आगे बढ़ना होगा.
गांव के सरपंच बताते हैं कि इस कच्ची सड़क को बनाने को लेकर भी दो ठेकेदार आपस में लड़ रहे हैं, जिसके चलते कई दिन से काम बंद पड़ा है. अगर वो रास्ता बन गया होता तो शायद इस हादसे को रोका जा सकता था. फिलहाल गांव में मातम पसरा हुआ है.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.