राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ दौसा द्वारा आयुष चिकित्सको की वेतन विसंगति दूर करने हेतु मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेटर को प्रदेश अध्यक्ष डॉ मस्तराम महंत की अगुवाई में ज्ञापन दिया। जिला सचिव डॉ सतीश मीना ने बताया कि राज्य में लगभग 5 हजार आयुर्वेद होम्योपैथी व यूनानी चिकित्सा अधिकारी अपनी सेवायें राज्य के सुदूर दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में तत्परता से प्रदान कर रहे है। राज्य के आयुष चिकित्सा अधिकारियों की शैक्षणिक योग्यता भर्ती प्रक्रिया, सेवा समूह तथा कार्य केन्द्र के आयुष चिकित्सा अधिकारी व राज्य के एलोपैथी चिकित्सा अधिकारियों के समान है। उल्लेख है कि आयुर्वेद स्नातकों का इन्टर्नशीप भत्ता स्नातकोतर अध्येताओं का स्टाईफण्ड तथा प्रारम्भिक नियुक्ति के समय आयुष व एलोपैथी चिकित्सा अधिकारियों का वेतनमान भी समान है। परन्तु प्रथम द्वितीय व तृतीय पदोन्नति के समय राज्य के आयुष चिकित्सा अधिकारियों के वेतनमान में केन्द्र के आयुष चिकित्सा अधिकारियों व राज्य के एलोपैथी चिकित्सा अधिकारियों के वेतनमान की तुलना में अत्यधिक विसंगति है।
राज्य के आयुष एवं केन्द्र के आयुष चिकित्साधिकारियों व राज्य के एलोपैथी चिकित्साधिकारियों का प्रारम्भिक वेतनमान समान है। परन्तु पदोन्नति के पदों पर वेतनमान में विसंगति रही हैं।
छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में भी स्पष्ट उल्लेख किया है कि केन्द्रीय आयुष चिकित्साधिकारियों को केन्द्र के एलोपैथी चिकित्साधिकारियों के समान डी.ए.सी.पी. का लाभ दिया जाऐ। जिसकी पालना में आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आदेश जारी किये जा चुके है। इस अवसर पर डॉ श्याम सुंदर डॉ अनिल डॉ शिवचरण डॉ विजेंदर डॉ दिनेश डा विनोद डॉ बनबारी डॉ रामरुप डॉ शिवराज डॉ राकेश डा महिका डॉ समय सिंह डॉ देवेंद्र डा शिवकुमार डॉ मदन लाल एवं अन्य उपस्थित रहे।