पाकिस्तान से अपने प्यार सचिन मीणा (Sachin Meena) को पाने आई सीमा हैदर (Seema Hider) पर शक गहराता जा रहा है. अवैध रूप से घुसपैठ को लेकर जांच एजेंसियां लगातार उससे पूछताछ कर रही हैं. उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (UP ATS) भी इस मामले में सीमा हैदर से पूछताछ कर रहा है. यूपी ATS की अभी तक की पूछताछ में यह भी पूछा गया कि क्या तुम्हें किसी ने मोबाइल फोन पर मैसेजिंग और इंटरनेट से चैटिंग में सावधानी बरतने के लिए कहा था?
प्राप्त जानकारी के अनुसार UP ATS ने सीमा हैदर से पूछा कि क्या तुम कोई कोडवर्ड भी प्रयोग करती थी बातचीत करने के लिए? पूछताछ में ATS ने यह भी पूछा कि क्या कभी ‘फूफी’ और ‘फल’ कोडवर्ड का भी प्रयोग किया था? बता दें कि ISI में फूफी उस शख्स को कहा जाता है जो देश से जुड़ी जानकारियां ISI तक भेजने का काम करता है. फल रुपये के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
सीमा हैदर के शुद्ध हिंदी बोलने पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. यूपी एटीएस ने सीमा से यह भी पूछा कि तुम इतनी शुद्ध हिंदी कैसे बोल लेती हो? तुम्हे हिन्दू रीति रिवाजों के बारे में कैसे पता है? सीमा हैदर के नोएडा स्थित रबूपुरा गांव तक पहुंचने में किन लोगों ने मदद की, इसे लेकर वह सही जवाब नहीं दे पाई है. यूपी एटीएस को पूछताछ में एक और महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई है. सीमा ने कुछ सैन्य अधिकारियों को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी.
यूपी ATS ने सीमा हैदर से मंगलवार की शाम तकरीबन 8:30 बजे तक ATS दफ्तर में पूछताछ की उसके बाद उसे रबूपुरा थाने ले जाया गया. देर रात 9 बजे तक सीमा हैदर को रबूपुरा पुलिस थाने की सुरक्षा में रखा गया था. इसके बाद एटीएस ने उसे सेफ हाउस में रखा है. सचिन भी उसके साथ ही था. सूत्रों के मुताबिक सीमा पाकिस्तानी महिला है इस कारण कोई उस पर हमला भी कर सकता है इसलिए यूपी पुलिस अब सतर्कता बरत रही है. आज तीसरे दिन भी सीमा हैदर और सचिन से पूछताछ का सिलसिला जारी रह सकता है.
सूत्रों के मुताबिक सीमा हैदर मामले की जांच में जुटी यूपी पुलिस अब कुछ बैंक खातों से जुड़ी ट्रांजेक्शन भी चेक कर रही हैं जो सचिन और उसके जानकारों के हैं. जानकारी जुटाई जा रही है कि पाकिस्तान से चलने के बाद सीमा के पास कुल कितनी रकम थी, क्या उसने सचिन के खाते में कभी कोई रकम डाली थी. सचिन ने भी कुछ पैसे सीमा को दिए थे. सचिन ने कितनी रकम सीमा को दी थी, क्या सीमा ने उस पैसे को किसी खाते में ट्रांसफर करवाया था या क्यों मांगा गया था.
सूत्रों के मुताबिक ये बैंक डिटेल चेक करने के पीछे का मकसद किसी तरह के फाइनेंशियल सपोर्ट का पता लगाना है. क्योंकि जिस तरह से सीमा हैदर ने 5 पासपोर्ट तैयार किए और 2 बार पाकिस्तान से नेपाल आई और फिर भारत पहुंची यह सब शक के दायरे में आ रहा है. हालांकि सीमा हैदर अभी तक उसी बयान पर कायम है कि उसने पाकिस्तान में 12 लाख रुपये में एक प्लॉट बेचा था जिससे उसे मदद मिली लेकिन ATS को उसकी इस थ्योरी पर विश्वास नहीं हो रहा है.
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