लाइमलाइट से दूर, लेकिन ग्राउंड पर काम भरपूर. कुछ ऐसा ही करते हैं डीसी मंडी अरिंदम चौधरी. लेकिन लाइमलाइट से दूर रहने वाले अरिंदम चौधरी पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खूब छाए हुए हैं. मंडी जिला में भारी बारिश के कारण आपदा आई है, उसमें अरिंदम चौधरी ने मैदान में डटकर मोर्चा संभाला हुआ है. अरिंदम चौधरी कभी यह नहीं देखते कि वो एक डीसी हैं और इलाके में जा रहे हैं तो सूट-बूट में जाएं.
एक साधारण व्यक्ति की तरह पांव में बाथरूम चप्पल के साथ ही लोगों से मिलने पहुंच जाते हैं. पिछले कल वो पंडोह कुछ ऐसी ही हालत में पहुंचे. यहां पर भी वे बाथरूम चप्पल में सात किलोमीटर पैदल यात्रा करने के बाद घटनास्थल कुकलोह पहुंचे थे.
कीचड़ से लबालब उनकी टांगे और पांव में बाथरूम चप्पल इसी बात की गवाही दे रही थी कि उन्हें इस बात की अधिक चिंता है कि प्रभावित लोगों तक पहुंचकर उनकर दुख दर्द समझकर उनके लिए कुछ न कुछ किया जा सके. डीसी मंडी की इस सादगी को लोग जमकर सराह रहे हैं और सोशल मीडिया पर उनकी यह तस्वीरें जमकर वायरल भी हो रही हैं. जिला में जहां पर भी आपदा आई है अधिकतर स्थानों तक अरिंदम चौधरी ने खुद मौके पर पहुंचकर प्रभावितों की मदद करने की कोशिश की है. खास बात यह है कि उनके काम की तस्वीरें और जानकारी कभी बाहर भी नहीं आते, क्योंकि वो इन सब बातों से दूर रहकर सिर्फ अपने काम पर फोक्स करना बेहतर समझते हैं.
डिप्टी कमीशनर जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है। ऐसे में जब भी जिला में कोई घटनाक्रम होता है तो मीडियाकर्मी डीसी मंडी का इंटरव्यू करते हैं. लेकिन अरिंदम चौधरी मीडिया से कोसो दूर रहते हैं. फोन पर किसी मीडियाकर्मी से बात हो गई तो उनका पक्ष छप जाता है नहीं तो दूसरे अधिकारियों का इंटरव्यू करके खबर चलानी पड़ती है. बहुत कम ऐसे मौके हैं जब इन्होंने कैमरे के सामने आकर इंटरव्यू दिया हो. शायद यही कारण है कि लोग ऐसे डीसी की खुद ही तारीफ कर रहे हैं जो मीडिया से ज्यादा ग्राउंड पर खुद जाकर काम करने में विश्वास रखता है.
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