सीएम अशोक गहलोत ने जोधपुर में प्रेसवार्ता कर कहा कि इस बार नए चेहरों को भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उतारेगी। मैं चाहता हूं सरकार बचाने वाले विधायकों के टिकट नहीं कटे। गहलोत ने सवाल उठाया कि ईडी संजीवनी मामले में कार्रवाई क्यों नहीं करती, सोच रहा हूं पीएम को पत्र लिखूंगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जोधपुर प्रवास के अंतिम दिन पत्रकार वार्ता की और कई मुद्दों पर बेबाकी से बात रखी। विपक्ष को भी इस दौरान सीएम ने जमकर आड़े हाथों लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नए चेहरों को खड़ा करेगी। चुनावी तैयारी को लेकर अलग-अलग सर्वे में जीतने की संभावना वाले युवाओं को मौका दिया जाएगा। गहलोत बोले-इस बार लग रहा है, जनता का मूड सरकार रिपीट करने का है। मैं चाहता हूं सरकार बचाने वाले किसी विधायक का टिकट न कटे। सर्वे के आधार पर कुछ विधायकों का टिकट कट सकता है। नए चेहरे को मौका देंगे, चाहे वह पार्षद या प्रधान ही क्यों न हो। जिन्होंने पार्टी प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया है, उनको पार्टी आगे बढ़ाएगी।
सीएम ने कहा राजस्थानी भाषा को संविधानिक मान्यता का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करवा कर भेज चुके हैं। अब निर्णय केंद्र सरकार को करना है। कोटा में कोचिंग कर रहे हैं बच्चों की आत्महत्या के मामले को सीएम ने चिंताजनक बताया और कहा ऐसे प्रकरणों में गठित कमेटी से 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान मिशन 2030 के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक थीम बन गई है। एक टारगेट लेकर मिशन 2030 चलाया जा रहा है। एक करोड़ लोगों से सुझाव लेना और उसके बाद इसे एक विजन डॉक्यूमेंट बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी वर्गों से मिशन 2030 में सुझाव देने की बात कही। अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में चल रहे कामों की चर्चा आज संसद और देश के प्रत्येक हिस्से में हो रही है। अखबारों में एक से बढ़कर एक राजस्थान की तारीफों के आर्टिकल आ रहे हैं और राजस्थान में चल रही सरकारी योजनाओं की तारीफ हो रही है। राजस्थान में क्रांतिकारी फैसले हो रहे हैं। आज राजस्थान आर्थिक प्रगति में नंबर एक पर है। राजस्थान में सबसे अधिक विश्वविद्यालय हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकारी कर्मचारियों के लिए चलाई जा रही आरजीएचएस योजना की तारीफ़ की। गहलोत ने कहा कि पिछली सरकार ने जोधपुर के साथ भेदभाव किया और यहां के विकास के कामों को बंद कर दिया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकार वार्ता में कहा कि मनचलों के विरुद्ध हमने अभियान चलाया है। मनचलों के कैरेक्टर सर्टिफिकेट में इसका उल्लेख किया जाएगा, जो इनोसेंट लड़कियों से छेड़छाड़ कर परेशान कर रहे हैं। उनकी सरकारी नौकरी नहीं लगे, इस सोच से हम काम कर रहे हैं। साथ ही सीएम ने एक बार फिर कहा कि अपराधियों राजस्थान छोड़ दो।
मानहानि मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के बारे में बताते हुए सीएम ने कहा कि संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में लोगों को पैसा वापस दिलाना क्या केंद्रीय मंत्री की नैतिक ड्यूटी नहीं है? जब लोग मेरे पास जयपुर आए और अपनी पीड़ा बताई, तो मुझे उनके दर्द का एहसास हुआ। जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पद मिला, तो मुझे अच्छा लगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि वे इतने लापरवाह निकलेंगे। सीएम ने शेखवात को एक टाइम पास मंत्री बताया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ऑन रिकॉर्ड नाम आने पर ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री का नाम लिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से कहा कि वे लोगों को पैसा दिलवाएं और पूछा कि वह क्यों मौन धारण किए हुए हैं? उन गरीबों को क्या कसूर है? आपका क्या नैतिक अधिकार नहीं है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मेरी दुश्मनी किसी से नहीं है। गरीबों पर क्या बीत रही है। उसकी चिंता है। साथ ही टिकट वितरण के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार नए चेहरों को भी मौका मिलेगा। संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के बारे में आगे बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी इन पर छापे क्यों नहीं मारती। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सोच रहा हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखूं। साथ ही केंद्रीय मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर आप निर्दोष हैं, तो हाई कोर्ट क्यों गए? मोदी सरकार से मुख्यमंत्री ने राइट टू सोशल सिक्योरिटी एक्ट बनाने की मांग भी की।
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