जिले की तालेड़ा एवं केशवराय पाटन तहसील के 63 गांवों को कोटा विकास प्राधिकरण में शामिल किए जाने के विरोध में बूंदी विधायक अशोक डोगरा एवं केशवराय पाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल की अगुवाई में कोटा में यूआईटी कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। तालेड़ा प्रधान राजेश रायपुरिया, केशवरायपाटन प्रधान वीरेंद्र सिंह हाडा, वरिष्ठ भाजपा नेता राधेश्याम बैरागी, जिला उपाध्यक्ष रामबाबू शर्मा, महामंत्री सुरेश अग्रवाल आदि भी प्रदर्शन में शामिल होने कोटा पहुंचे। यहां प्रदर्शन के पश्चात कार्यकर्ताओं ने केडीइ विधेयक को निरस्त करने की मांग को लेकर कोटा जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन यूआईटी सचिव को सौंपा।
प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन में बताया कि सरकार द्वारा कोटा विकास प्राधिकरण की स्थापना को लेकर सदन में बिल पारित कराया गया है। जिसमें बूंदी जिले के 63 गांवों को कोटा विकास प्राधिकरण में शामिल किया गया है। जिसके चलते जिले के समस्त जनप्रतिनिधि एवं आमजन आक्रोषित है तथा उक्त 63 गांवों को किसी भी सूरत में केड़ीए में शामिल नहीं करने देने के लिए किसी भी तरह के आंदोलन के लिए तत्पर है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही केडीए विधेयक को निरस्त नहीं किया गया तो बूंदी जिले की जनता उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
इस दौरान किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष देवलाल फागणा वरिष्ठ भाजपा नेता शंभू सिंह सोलंकी, डाबी मंडल अध्यक्ष सत्यनारायण सोलंकी, महामंत्री पप्पू लाल भाट, संजय सुवालका, तालेड़ा मंडल अध्यक्ष दुर्गा शंकर चौधरी, महामंत्री मोहन मेघवंशी, हीरालाल मालव, पवन धाकड़, एडवोकेट हरीश गुप्ता, के पाटन ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोपाल नागर, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष अर्पित भाट, पंचायत समिति सदस्य नवरत्न गुर्जर, युवा मोर्चा जिला मंत्री विक्रम सिंह हाडा, जाखमुंड सरपंच हंसराज बंजारा, सीन्ता सरपंच ओम प्रकाश मीणा, कापरेन नगर पालिका पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र पाटनी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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