भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के सिरोही पहुंचने पर आयोजित सभा में केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला। शेखावत ने कहा कि तुष्टिकरण का नंगा नाच प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने किया। सनातन संस्कृति लाखों साल से चली आ रही है। गंगाजी की तरह निर्मल बह रही है, लेकिन अशोक गहलोत की पार्टी और इसके सहयोगियों ने सनातन पर चोट करने का पाप किया। सनातन संस्कृति पर हमला करने के लिए कई आक्रांता आए, उनसे नहीं मिटे तो इन नपुंसकों से मिटेंगे क्या? हमारे पूर्वजों ने शीशदान करके सनातन को बचाया था। उन्होंने जनता से पूछा, क्या आप इस सनातन विरोधी, भ्रष्ट, महिला विरोधी और दलित और युवा व विकास विरोधी सरकार को आप रहने दोगे? जनता ने एक स्वर में जवाब दिया- नहीं।
केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह ने कहा कि गहलोत सरकार निःशुल्क मोबाइल बांट रही है, जबकि जनता को बिजली और युवाओं को रोजगार की जरूरत है। यह सरकार अपने वादे पूरे करने में विफल हुई है। अब मोबाइल बांटकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन जनता सब समझ चुकी है।
मंत्री शेखावत ने कहा कि सरकार ने अपना कोई वादा पूरा नहीं किया, चाहे वह किसानों की कर्ज माफी हो या युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का काम हो। यह सरकार महिलाओं की सुरक्षा में भी फेल हुई है। अब महिलाओं को मोबाइल बांटकर बहकाया जा रहा है। जब जनता के पास मोबाइल है, तब उन्हें मोबाइल देने की क्या जरूरत? उन्होंने जनता से पूछा, आपको मोबाइल चाहिए या बिजली? मोबाइल चाहिए या रोजगार? जनता ने हाथ उठाकर उनकी बात का समर्थन किया।
शेखावत ने तंज कसा कि ऐसा मोबाइल किस काम का, जिसमें भगवान या अपने गुरुदेव की फोटो की जगह अशोक गहलोत की फोटो हो। हमें ऐसे मोबाइल की क्या जरूरत, जिसमें सुबह उठते ही भ्रष्टाचारी सरकार के मुखिया अशोक गहलोत का फोटो दिखे। एक ऐसी सरकार के मुखिया का मोबाइल चित्र लगा हुआ, जिसकी सरकार में राजस्थान में पांच साल में दो लाख महिलाओं के साथ अनाचार हुआ। ऐसे अयोग्य और निकम्मे मुख्यमंत्री की फोटो लगा हुआ मोबाइल अपनी जेब में रखोगे क्या? पुराने जमाने में तो ऐसा होता था कि एक कोई दुराचार हो जाता था तो उस राजा की शक्ल देखना भी बंद कर देते थे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जिसके राज में सात हजार निर्दोष लोग मरे हों, जिसके राज में राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम पर हो, जिसके राज में पचास लाख किसानों के साथ अन्याय हुआ हो, जिसके राज में दो हजार किसानों ने आत्महत्या की हो, जिसके राज में 20 हजार किसानों की जमीन नीलाम हुई हो, जिसके राज में पचास लाख युवाओं का भविष्य अंधकार में हो गया हो, उसका फोटो सुबह-सुबह देखनी चाहिए क्या? ऐसे लोगों की फोटो घर में रखने पर पाप लगता है।
शेखावत ने केन्द्र में भाजपा सरकार के कार्यकाल और कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की तुलना करते हुए कहा कि देश में 55 साल तक एक ही परिवार का शासन रहा। केवल परिवार के हित और कुर्सी बचाने रखने के लिए नीतियों का निर्धारण किया। कांग्रेस सरकारों ने गरीबी हटाओ का नारा देकर गरीबों की भावनाओं का शोषण किया। अमीर और गरीब की खाई बढ़ती चली गई। गरीबों की संख्या कम होने के बजाय बढ़ती गई। वर्ष 2004 से 2010 मनमोहन सिंह की सरकार थी। उस दौरान कुल 12 लाख करोड़ के घोटाले किए। भ्रष्टाचार नंगा होकर सिर पर बैठकर नाच रहा था। उस समय आप सब ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली सरकार देश में बनाई। इसके बाद देश में परिवर्तन आ रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। गरीब के जीवन में परिवर्ततन आ रहा है। योजनाएं पहले भी बनती थीं, लेकिन उनमें काम कम और प्रचार ज्यादा होता था। प्रचार प्रसार पर ही करोड़ों खर्च होते थे। कांग्रेस सरकारें अभावों में काम करती थीं। पुराने लोग जानते हैं, पहले इंदिरा आवास बनते थे। संख्या बहुत कम होती थी। बड़ी मुश्किल से एक साल में चार-पांच आवास बन पाते थे। वह भी अपने चहेतों में बंट जाता था, लेकिन अब जो नीतियां बन रही हैं, उससे हर गरीब को आवास मिल रहा है। शौचालय बनाए जा रहे हैं। हर पंचायत तक बिजली है। बैंक खाते खुले हैं। योजनाओं को सफलता के साथ धरातल पर उतारा गया था। पहली बार गरीब को ये लगने लगा कि कोई सरकार हमारे लिए काम कर रही है। यह पहली बार हुआ है कि मोदी सरकार के दस साल के कालखंड में साढ़े तेरह करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर आए।
शेखावत ने कहा कि मोदी सरकार ने युवाओं के सशक्तीकरण का काम किया। युवाओं को स्वरोजगारी बनाने के लिए मुद्रा लोन, स्टार्टअप पॉलिसी, स्वनिधि योजना, स्किल इंडिया प्रोग्राम और इस तरहकी अन्य योजनाओं पर काम किया है। जो देश आयात निर्भर था। वह अब निर्यात आधारित हो गया है। जो देश मोबाइल के मामले में चीन पर आश्रित था, वह आज विश्व का सबसे बड़ा मोबाइल निर्यातक देश बन गया है।
शेखावत ने केन्द्र को किसान हितैषी बताते हुए कहा कि मनमोहन सिंह सरकार में समर्थन मूल्य पर नैफेड की नेशनल गारंटी एक हजार करोड़ से बढ़ाकर तीन हजार करोड़ की थी, उसका बहुत प्रचार किया गया, लेकिन मोदी सरकार ने यह गारंटी तीन हजार से बढ़ाकर सत्रह हजार करोड़ और अब सत्तर हजार करोड़ कर दी। किसान का समर्थन मूल्य डेढ़ गुना कर दिया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की तरफ देखता हूं तो गर्व होता है, लेकिन अपने प्रदेश की तरफ देखता हूं तो रोना आता है। यहां महिलाएं परेशान हैं। असुरक्षित हैं। सरकार ने किसानों के साथ वादा खिलाफी की। किसानों को बिजली नहीं देती। झूठे वादे करके लोगों को भरमाने का काम किया है। युवाओं के साथ धोखा किया। प्रदेश भ्रष्टाचार में अव्वल है। शेखावत ने सिरोही के विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि पहले निर्दलीय बनकर चुनाव लड़ा। फिर मुख्यमंत्री का सलाहकार बन गए। जिस सरकार के सलाहकार ऐसे हों तो उसका राजा कैसा होगा?
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