प्रदेश भर में राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ के द्वारा आज 2 घंटे का जिला अस्पताल में कार्य का बहिष्कार किया गया है उसी के चलते दोसा जिला अस्पताल में भी आज फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ के बैनर तले 2 घंटे का कार्य का बहिष्कार किया गया। जिसमें फार्मासिस्ट संघ के जिला अध्यक्ष द्वारकेश वशिष्ठ के नेतृत्व में जिला अस्पताल पर कार्य का बहिष्कार कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान जिला अस्पताल के आने वाले मरीज और उनके परिजन दावों के लिए परेशान नजर आए। हालांकि जिला अस्पताल ने संविदा कर्मियों को लगाकर बहिष्कार के समय दावों का वितरण कराया गया। फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष द्वारकेश वशिष्ठ ने जानकारी देते बताएं कि फार्मासिस्ट संवर्ग की 7 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर पिछले 11 साल से सरकार को चेताया जा रहा है लेकिन सरकार हमारी बात नहीं मान रही है। हमारी 7 सूत्रीय मांगों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में समक्ष नर्सिंग संवर्ग के समान विभिन्न प्रकार के भत्ते प्रदान किए जाएं। 11 वर्षों से लंबित फार्मासिस्ट संवर्ग की वेतन विसंगति को दूर कर ग्रेड पे में सुधार किया जाए। फार्मासिस्ट एवं फार्मासिस्ट ग्रेड वन का पद नाम परिवर्तन किया जाए। वर्ष 2021-22 की स्थिति में फार्मासिस्ट ग्रेड फर्स्ट के 817 पदों पर कार्मिको की पदोन्नति कर पदस्थापन किया। सीनियर फार्मासिस्ट ऑफिसर एवं अधीक्षक फार्मासिस्ट के पद को राजपत्रीत किया जाए। प्रदेश के सभी सरकारी दवा वितरण केन्द्रो पर फार्मासिस्ट हेल्पर तथा मशीन विद की नियुक्ति की जाए। ऑफलाइन रिकॉर्ड संधारण बंद करने तथा केवल ऑनलाइन रिकॉर्ड संधारण किया जाए। सभी दवा वितरण केदो तथा ड्रग्स स्टोर को बताने कुलित करने तथा उनके रिनोवेशन कार्य करने के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया जाए। फार्मासिस्ट भर्ती 2023 में अभ्यर्थियों की दस्तावेज सत्यापन का कार्य को जल्द पूरा कर कर आदर्श आचार संहिता से पूर्व फार्मासिस्टों की नियुक्ति दी जाए और राज्य के मेडिकल कॉलेज के साथ जिला मुख्यालय पर राजकीय फार्मेसी कॉलेज खोले जाएं आदि मांगों को लेकर आज जिला अस्पताल दौसा में 2 घंटे का कार्य का बहिष्कार किया गया। मांगे जल्द नहीं मानी गई तो 15 सितंबर से संपूर्ण कार्य का बहिष्कार किया जाएगा।
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