G20 समिट के दौरान होटल ताज पैलेस में सुरक्षा एजेंसियों के बीच चाइनीज डेलिगेशन का एक बैग पहेली बना रहा. क्योंकि उस बैग की चेकिंग नहीं करवाई जा रही थी. एजेंसियों ने उस बैग की चेकिंग के बिना उसे अंदर ले जाने की परमिशन नहीं दी. सूत्रों के मुताबिक 8 सितंबर को जब एक चाइनीज डेलिगेशन ताज होटल में पहुंचा था तो उनके पास बैग थे जिन्हें चेकिंग के लिए कहा गया.
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक चाइनीज डेलिगेशन एक बैग लेकर आया था. पुलिस ने उन्हें बैग चेक करवाने के लिए कहा तो उन्होंने बैग चेक करवाने से इनकार कर दिया. काफी देर तक पुलिस उस चाइनीज डेलिगेशन को समझाती रही, लेकिन वह नहीं माना. उसके बाद डेलिगेशन का एक सदस्य वापस चाइनीज एंबेसी लौट गया.।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि राजनयिक प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए, सुरक्षाकर्मियों ने बैग को अंदर जाने दिया. हालांकि, कमरे में पहुंचने पर एक स्टाफ सदस्य ने बैग में कुछ ‘संदिग्ध उपकरण’ होने की सूचना दी. जैसे ही कर्मचारियों के वरिष्ठों को सतर्क किया गया, उन्होंने त्वरित परामर्श किया और टीम से बैगों को स्कैनर के माध्यम चेक करने के लिए कहा.
पुलिस के मुताबिक इसके बाद जो भी चाइनीज डेलिगेशन आया उन्होंने अपने सब बैग चेक करवाए. लेकिन जिस बैग की चेकिंग के लिए दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कहा था उस बैग में क्या था ये अभी तक साफ नहीं हुआ है. कथित तौर पर तनावपूर्ण गतिरोध तब उत्पन्न हुआ जब सुरक्षाकर्मियों ने चाइनीज डेलिगेशन को अपने बैग को स्कैन करने के लिए मनाने की कोशिश की क्योंकि यह ‘अनिवार्य जांच’ थी.
सूत्रों के अनुसार इस चीनी व्यक्ति को छोड़कर सभी प्रतिनिधि चेकिंग के लिए आए थे. सुरक्षाकर्मियों को तब और हैरानी हुई जब उन्हें पता चला कि चीनी प्रतिनिधि ने ‘अलग और निजी इंटरनेट कनेक्शन’ की मांग की थी. होटल ने कथित तौर पर अनुरोध को अस्वीकार कर दिया, जिसके कारण 12 घंटे तक ड्रामा चला.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.