वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गोनौली वन क्षेत्र अंतर्गत गोड़ार गांव के सरेह में सोमवार की सुबह खेत की रखवाली करने पहुंचे दो किसानों पर भालुओं ने जानलेवा हमला कर दिया. हमले में दोनों युवक बुरी तरह जख्मी हो गए. दरअसल, गोड़ार गांव के कुछ किसान जंगल से सटे धान की फसल देखने जा रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि जंगली भैंसा धान की फसल बर्बाद कर रहा है. इतने में लाठी-डंडा लिए किसान शोर मचाते हुए उसे भगाने में जुट गए. इसी दौरान झाड़ियों में छिपे करीब आधा दर्जन भालुओं के समूह में से दो ने उनपर हमला कर दिया. जिसमें दो किसान गंभीर रूप से घायल हो गए.
किसानों की पहचान वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के गोड़ार गांव के रहनेवाले श्रवण चौधरी और प्रेम चौधरी के रूप में की गई है. हमले के दौरान कुछ किसानों ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई. इस दौरान अन्य किसानों का समूह शोर मचाता हुआ वहां पहुंचा, तब जाकर भालू खेत से जंगल की ओर भागे. ग्रामीणों ने घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटाड़ में भर्ती कराया, जहां मौजूद चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी ने प्राथमिक उपचार कर उन्हें रेफर कर दिया.
चिकित्सक डॉ. काजी ने बताया कि भालू ने अपने पंजे से हमला कर श्रवण चौधरी के चेहरे पर काफी गहरा जख्म दिया है, जबकि प्रेम चौधरी के हाथों और सिर पर पंजे के निशान हैं. चिकित्सक ने घायलों का इलाज कर बेहतर उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया है. हालांकि, घायलों के स्वजन ने उन्हें हरनाटाड़ के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है.
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गोनौली वन क्षेत्र अंतर्गत गोड़ार गांव के सरेह में सोमवार की सुबह खेत की रखवाली करने पहुंचे दो किसानों पर भालुओं ने जानलेवा हमला कर दिया. हमले में दोनों युवक बुरी तरह जख्मी हो गए. दरअसल, गोड़ार गांव के कुछ किसान जंगल से सटे धान की फसल देखने जा रहे थे. तभी उन्होंने देखा कि जंगली भैंसा धान की फसल बर्बाद कर रहा है. इतने में लाठी-डंडा लिए किसान शोर मचाते हुए उसे भगाने में जुट गए. इसी दौरान झाड़ियों में छिपे करीब आधा दर्जन भालुओं के समूह में से दो ने उनपर हमला कर दिया. जिसमें दो किसान गंभीर रूप से घायल हो गए.
किसानों की पहचान वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के गोड़ार गांव के रहनेवाले श्रवण चौधरी और प्रेम चौधरी के रूप में की गई है. हमले के दौरान कुछ किसानों ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई. इस दौरान अन्य किसानों का समूह शोर मचाता हुआ वहां पहुंचा, तब जाकर भालू खेत से जंगल की ओर भागे. ग्रामीणों ने घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटाड़ में भर्ती कराया, जहां मौजूद चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी ने प्राथमिक उपचार कर उन्हें रेफर कर दिया.
चिकित्सक डॉ. काजी ने बताया कि भालू ने अपने पंजे से हमला कर श्रवण चौधरी के चेहरे पर काफी गहरा जख्म दिया है, जबकि प्रेम चौधरी के हाथों और सिर पर पंजे के निशान हैं. चिकित्सक ने घायलों का इलाज कर बेहतर उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया है. हालांकि, घायलों के स्वजन ने उन्हें हरनाटाड़ के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है.
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