सर्व ब्राह्मण सभा के जिला अध्यक्ष एवं भाजपा नेता ऋषभ शर्मा ने कहा कि प्रत्याशी चयन के बाद भाजपा में प्रत्याशी नहीं संगठन चुनाव लडता है। इसबार भाजपा दौसा जिले की गंभीर पेयजल समस्या को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी।
भाजपा नेता ऋषभ शर्मा मंगलवार रात्रि को प्रेस क्लब द्वारा आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दौसा जिले में भीषण पेयजल समस्या बनी हुई है, वर्तमान सरकार ने पेयजल के नाम पर दौसा जिले के मतदाताओं के साथ छलावा किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में पेजयल प्रमुख मुद्दा रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा में प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद प्रत्याशी नही संगठन चुनाव लडता है, भाजपा संगठन के दम पर ही इस बार दोसा विधानसभा से भाजपा का प्रत्याशी विजयी होगा। उन्होंने भाजपा में व्याप्त गुटबाजी के सवाल पर कहा कि भाजपा में किसी भी प्रकार की गुटबाजी नहीं है, संगठन एकजुट है, आगामी विधानसभा चुनाव संगठन पूरी ताकत के साथ चुनाव जीतेगा। उन्होंने कहा कि मैंने भी भाजपा से दौसा विधानसभा क्षेत्र के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है, संगठन मुझे प्रत्याशी बनाती है तो हम पेयजल, भ्रष्टाचार, जातिवाद, क्षेत्रवाद के आधार पर चुनाव लडेगें। क्षेत्र में भीषण पेयजल समस्या बनी हुई है, इसबार मानसून भी नाराज रहा, जिसके कारण किसानों को पर्यात फसल नही मिल पाई है। राज्य सरकार ने इंदरदा परियोजना के नाम पर जिलावासियों को झुनझुना हाथ में पकड़ा दिया है, जनता पिछले साढ़े साल से इस परियोजना का पूर्ण होने का इंतजार कर रही है। ईसरदा परियोजना को दिव्य स्वप्न दिखाने वाले जनता से अब भी ईसरदा परियोजना से सप्लाई का दावा कर रहे है, जबकि ये सच्चाई हैं कि ईसरदा बांध बना नही है, पाईप लाईन बिछी नहीं है, केवल सपने दिखाये जा रहे है। आगामी एक साल तक इस परियोजना के पूर्ण होने पर सवालिया निशान लग गये है। हम दावा करते है कि हमारी सरकार बनते ही इस परियोजना को तुरंत पूर्ण कराया जायेगा, इस परियोजना के पूर्ण होने से पूर्व दौसा विधानसभा वासियों को पर्याप्त पेजयल मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि दौसा शहर दो हिस्सो में बटा है, एक हिस्सा पटरी के इस तरफ, दूसरा हिस्सा पटरी के उधर है। पटरी के इधर पूराने शहर में पाईन लाईन बिछी हुई है तथा अधिकांश आवासीय कॉलोनी में लाईन पाईन ही नहीं है। पटरी के उधर दूसरे हिस्सा में तो आज तक पाईप लाईन बिछी हुई नहीं है, इसके बावजूद शहरवासियों को 10 से 15 दिन में जलापूर्ती हो रही है। जलापूर्ति में भारी अष्टाचार हो रहा है। जबकि तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार ने शहरवासियों को पर्यात जलापूर्वी के लिए बीसलपुर परियोजना से जलापूर्ती की है, इसके बावजूद शहरवासियों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नाकारा अधिकारी लगा रखे हैं, जो जातिवाद एवं क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके कारण क्षेत्र में सामाजिक समरसता पर भी असर पड़ रहा है। भाजपा सरकार आते ही ऐसे नाकारा, जातिवादी, क्षेत्रवादी अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा। उन्होंने कहा कि शहर की कानून व्यवस्था भी पूरी तरह से चौपट हो गई है, पिछले साढ़े चार वर्षों में दौसा जिले में अपराध बढे है, सरकार अपराधों पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है। भ्रष्टाचार भी चरम पर है, बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विकास का दावा कर रही है, जबकि सच्चाई ये है कि प्रदेश की जनता पूरी तरह त्रस्त है, बिजली के दामों में भारी बढोत्तरी हो गई है, क्षेत्र में पर्यात रोजगार के लिए कोई औद्यागिक इकाई स्थापित नहीं की गई, क्षेत्र के बरोजगार युवको को रोजगार के लिए अन्यत्र जिलों में जाना पड़ रहा है। भाजपा की सरकार आते ही औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित किया जायेगा, इसके लिए हरसंभव प्रयास होग।