जल संसाधन एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित किए जाने वाले बांधों तथा सिंचाई एवं पेयजल परियोजनाओं के निर्माण के दौरान सभी तकनीकी पहलु बारीकी से देखे जाएं एवं क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल के समस्त प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य हों ताकि गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं हो एवं ये स्ट्रक्चर सालों-साल मजबूत रहें।
श्री मालवीय बुधवार को सचिवालय स्थित अपने कक्ष में जल संसाधन विभाग द्वारा प्रकाशित क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल के प्रथम संशोधित संस्करण-2023 का विमोचन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियंता बांधों एवं अन्य बड़ी परियोजनाओं के निर्माण के दौरान गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हर पहलू पर ध्यान दें एवं क्वालिटी कंट्रोल विंग के अधिकारी निर्माण सामग्री एवं कार्य की गुणवत्ता जांच नियमित रूप से करे ताकि जो स्ट्रक्चर बनें उनकी मजबूती बेमिसाल हो।
अतिरिक्त मुख्य सचिव, जल संसाधन एवं आईजीएनपी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि विभागीय अभियंता मैनुअल में वर्णित गुणवत्ता नियंत्रण की समस्त गाइडलाइन का अनुसरण करते हुए बांधों एवं परियोजनाओं के निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करें।
मुख्य अभियंता, गुणवत्ता नियंत्रण (जल संसाधन विभाग) श्री डीआर मीणा ने बताया कि क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल के प्रथम रिवीजन-2023 में नई तकनीक एवं नई मशीनरी के उपयोग के बारे में जानकारी देने के साथ ही बांधों एवं परियोजनाओं के निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक प्रावधानों को शामिल किया गया है। साथ ही, इसमें विभिन्न आईएसओ कोड के अपडेटड वर्जन को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी जिसमें अभियंताओं को क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल में वर्णित विभिन्न प्रावधानों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.