कनाडा के नेता प्रतिपक्ष पियरे पोइलिव्रे (Pierre Poilievre) ने खालिस्तानी चरमपंथियों के हिंदुओं को निशाना बनाने वाली ‘घृणित टिप्पणियों’ की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं ने कनाडा के हर हिस्से में ‘अमूल्य योगदान’ दिया है.’ पोइलिव्रे ने आगे कहा कि हिंदू समुदाय का यहां हमेशा स्वागत किया जाएगा. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिव्रे ने कहा कि प्रत्येक कनाडाई देश में बिना किसी डर के रहने का हकदार है.
पियरे पोइलिव्रे की यह टिप्पणी खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) के एक वायरल वीडियो पर थी. इस वीडियो में गुरुपतवंत कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के हिंदुओं को धमकी दे रहा है. वह उन्हें कनाडा छोड़ने के लिए कह रहा है. बता दें कि SFJ साल 2019 से भारत में प्रतिबंधित संगठन है. भारत ने गुरुपतवंत सिंह पन्नू को खालिस्तानी आतंकी घोषित कर रखा है.
पोइलिव्रे ने X पर शेयर किए गए एक पोस्ट में कहा, ‘प्रत्येक कनाडाई बिना किसी डर के रहने और अपने समुदाय में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है. हाल के दिनों में, हमने कनाडा में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए घृणित टिप्पणियां देखी हैं. कंजर्वेटिव पार्टी हमारे हिंदू पड़ोसियों और दोस्तों के खिलाफ इन टिप्पणियों की निंदा करती है. हिंदुओं ने हमारे देश के हर हिस्से में अमूल्य योगदान दिया है और उनका यहां हमेशा स्वागत किया जाएगा.’
पोइलिव्रे का यह बयान भारत-कनाडा संबंधों में तनाव के बीच आया है, जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने आरोप लगाया कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार के एजेंटों का हाथ था. उनके इस बयान को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि ट्रूडो अपने निहित राजनीतिक स्वार्थों के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं और बेतुके आरोप मढ रहे हैं. भारत ने कनाडा सरकार से खालिस्तानी चरमपंथियों पर एक्शन लेने का अनुरोध भी किया. मालूम हो कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून,2023 को कनाडा के सरे में गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बेतुका बताया. विदेश मंत्रालय के अनुसार कनाडा में भारतीय नागरिकों, छात्रों और देश की यात्रा की योजना बना रहे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. वहीं कनाडा ने 19 सितंबर को भारत के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया, जिसके जवाब में भारत ने भी कनाउा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया. साथ ही कनाडा के लिए वीजा आवेदनों पर रोक लगा दी. कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलिव्रे ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो को भारत पर आरोप लगाने से पहले स्पष्ट तथ्यों को सामने रखना चाहिए.
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