कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही थी. कांग्रेस ने इस बार के चुनाव में युवाओं पर भरोसा जताया है. पार्टी ने 50 वर्ष से कम उम्र के 65 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. कांग्रेस के 144 घोषित प्रत्याशियों में से ओबीसी वर्ग के 39 प्रत्याशी, अनुसूचित जाति के 22 प्रत्याशी और आदिवासी वर्ग के 30 प्रत्याशी शामिल हैं. अल्पसंख्यक वर्ग के 6 प्रत्याशी शामिल हैं. पार्टी ने 19 महिलाओं को टिकट दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह को लहार से टिकट दिया गया है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया चुरहट से चुनाव मैदान में है. सूची में बाला बच्चन, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोट, जयवर्धन सिंह विक्रांत भूरिया नाम शामिल हैं.
कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस की पहली सूची की तुलना भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची से नहीं की जा सकती. बीजेपी ने अपनी पहली सूची में 39 नाम जारी किए थे. वह टिकट भी हारी हुई सीटों के लिए जारी किए गए थे. बीजेपी की पहली सूची ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 18 साल से सत्ता में होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी बहुत ही रक्षात्मक चुनाव लड़ने की स्थिति में है. बीजेपी ने अब तक चार सूचियां जारी की हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा उनके कैबिनेट मंत्रियों के टिकट चौथी सूची में जारी किए थे, वह भी पितृपक्ष में. जबकि, कांग्रेस पार्टी ने पहले ही सूची में नवरात्रि के शुभ दिनों में मुख्यमंत्री फेस कमलनाथ और पिछली सरकार में मंत्री रहे नेताओं के टिकट जारी कर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी आक्रामक मुद्रा में है और विनिंग पोश्चर के साथ चुनाव में उतर रही है.
कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी पिछले 6 महीने से इस तरह की अफवाह फैलाती रही कि वे विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. कांग्रेस की सूची ने भारतीय जनता पार्टी की उसे प्रोपेगंडा को भी ध्वस्त कर दिया है जिसमें उसने केंद्रीय मंत्री और सांसदों को मैदान में उतारकर कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी. जबलपुर से पूर्व मंत्री तरुण भनोट भाजपा सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सामने मैदान में उतारे गए हैं.
पहली सूची को गौर से देखें तो कांग्रेस पार्टी ने अपने ज्यादातर विधायकों पर भरोसा जताया है और उन्हें फिर से टिकट दिया है. पार्टी ने जनता की इच्छा के आधार पर यानी सर्वेक्षण के आधार पर ही 144 प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं. सबसे खास बात यह है कि इन प्रत्याशियों के नाम पर न सिर्फ सर्वे की मोहर है बल्कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय नेताओं की आम राय भी शामिल है. प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना होगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 150 से अधिक सीट प्राप्त होगी.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.