बसपा के दलित वोट बैंक के बाद अब कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी के मुस्लिम वोट बैंक पर सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी में जुट गई है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर खड़े हुए विवाद के बाद से इंडिया गठबंधन में दरार बढ़ती जा रही है. इसी क्रम में कांग्रेस ने सपा के मुस्लिम वोट बैंक पर निगाहें टेढ़ी कर ली है. इसके लिए कांग्रेस ने यूपी के मुस्लिम लीडरशिप के बड़े चेहरे आज़म खान को हथियार बनाने की तैयारी की है. बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र मामले में सजायाफ्ता आजम खान से कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय सीतापुर जेल में मुलाकात करेंगे. जिसके बाद प्रदेश के सियासी गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है, क्योंकि जेल जाने के बाद किसी भी समाजवादी पार्टी के बड़े नेता ने उनकी सुध नहीं ली है.
अजय राय गुरुवार को सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाक़ात करेंगे। अजर राय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आजम खान के साथ अन्याय हुआ है और कांग्रेस उनकी लड़ाई लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि कांग्रेस मुस्लिमों का पुराना घर. अजय राय का यह बयान इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि वह उत्तर प्रदेश में एक बार फिर अपने पुराने वोटबैंक की घर वापसी की तरफ देख रही है. यह स्थिति सपा और बसपा दोनों के लिए चिंताजनक है. इससे पहले बसपा सांसद दानिश अली पर बीजेपी सांसद की अमर्यादित टिप्पणी पर भी कांग्रेस उनके साथ खड़ी नजर आई थी.
गौरतलब है कि जेल जाने के बाद समाजवादी पार्टी के किसी बड़े नेता ने उनसे मुलाक़ात नहीं की है. ऐसे में अजय राय की आजम खान से मुलाकात को बड़े सियासी डेवलपमेंट के रूप में देखा जा रहा है. कांग्रेस आजम खान के बहाने मुस्लिमों को सन्देश देना चाहती है कि वह उनके साथ खड़ी है. इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता सुलेमान मोहम्मद खान ने आजम खान और उनके परिवार को हुई सजा पर कहा था कि
जो उन्हें सजा हुई है ये न्यायालय का फैसला है. यह आजम खान या उसके अलावा मुस्लिम लीडरशिप को खत्म करने की साजिश है. पूरे मुल्क में किस तरह से मुस्लिम लीडरशिप खत्म करी जा रही है, यह सभी देख रहे हैं. 40-45 साल में रामपुर वालों ने जो एक लीडर तैयार किया, उसे साजिश करके खत्म किया गया. रामपुर को नए लीडरशिप की जरूरत है.
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