हैदराबाद
कांग्रेस की जीत के बाद प्रदेश अध्यक्ष और CM पद के दावेदार रेवंत रेड्डी ने पार्टी दफ्तर में समर्थकों का अभिवादन किया।
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर रविवार को हुई काउंटिंग में कांग्रेस ने बहुमत के लिए जरूरी 60 का आंकड़ा पार कर लिया है। पार्टी ने 64 सीटें जीती हैं, जबकि सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 39 सीटें मिली हैं। भाजपा को 8, AIMIM को 7 और एक सीट CPI के खाते में गई हैं।
राज्य में इस बार 70.66% वोटिंग हुई थी। यह 2018 के मुकाबले 2.76% कम थी। कांग्रेस को इस बार 39.39%, BRS को 37.37%, BJP को 13.87% और AIMIM को 2.21% वोट मिले हैं। अन्य दलों ने करीब 7% वोट हासिल किए।
के चंद्रशेखर राव (KCR) ने हार के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। कर्नाटक के डिप्टी CM और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने रात 9 बजे मीडिया से कहा कि वे राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। 4 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे पार्टी विधायकों की हैदराबाद में मीटिंग होगी।
तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी (बीच में) को सुबह DGP अंजनी कुमार (दाएं) ने जीत की बधाई दी। रेवंत रेड्डी CM की रेस में आगे हैं।
चुनाव आयोग ने तेलंगाना के DGP अंजनी कुमार को सस्पेंड कर दिया है। अंजनी कुमार पर आदर्श आचार संहिता के नियमों के उल्लंघन का दोषी माना। दरअसल, सुबह रुझानों में कांग्रेस को बढ़त मिलने के बाद DGP अंजनी कुमार कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी से मिलने उनके घर पहुंच गए। तब रेवंत रेड्डी कहीं से चुनाव भी नहीं जीते थे।
तेलंगाना में कांग्रेस बहुमत के पार पहुंच चुकी है। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक राज्य की कुल 119 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस 64 पर आगे है। पार्टी ने अब तक 59 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 5 पर आगे चल रही है। राज्य में सरकार बनाने के लिए 60 सीटें चाहिए।
सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) 33 सीटें जीत चुकी है और 6 पर आगे चल रही है। भाजपा अब तक 7 सीट पर जीत चुकी है, जबकि 1 पर बढ़त बनाए हुए है। AIMIM 4 सीटों पर जीत चुकी है, जबकि 3 पर बढ़त बनाए हुए है। एक सीट अन्य के खाते में गई है।
मुख्यमंत्री KCR और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को भाजपा कैंडिडेट ने हराया
कामारेड्डी सीट से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) चुनाव हार गए हैं। उन्हें भाजपा के केवी रमना ने हराया है। इसी सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और CM के चेहरे रेवंत रेड्डी भी चुनाव लड़ रहे थे। वे तीसरे स्थान पर रहे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री KCR कामारेड्डी के अलावा गजवेल से भी चुनाव लड़ रहे थे। वे अपनी पारंपरिक सीट गजवेल से चुनाव जीत गए हैं। वहीं रेवंत रेड्डी भी कोडांगल और कामारेड्डी दो सीटों से चुनाव मैदान में हैं। वे भी अपनी दूसरी सीट कोडांगल से जीत चुके हैं।
भाजपा के तीनों सांसद पीछे
भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए तीन मौजूदा सांसदों में करीमनगर विधानसभा सीट से राज्य इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंदी संजय कुमार, कोरात्ला से निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद और बोथ से आदिलाबाद के सांसद सोयम बापू राव पीछे चल रहे हैं। गोशामहल से भाजपा के टी राजा सिंह आगे चल रहे हैं।
बड़े चेहरों में मुख्यमंत्री के बेटे और राज्य के मंत्री KTR सिरसिल्ला सीट से आगे चल रहे हैं। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरूद्दीन ओवैसी चंद्रयानगुट्टा सीट से आगे चल रहे हैं। कांग्रेस के जुबली हिल्स से कैंडिडेट पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन पीछे चल रहे हैं।
कांग्रेस ने ताज होटल में कमरे बुक किए
हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए तेलंगाना कांग्रेस ने हैदराबाद के ताज होटल में जीतने वाले विधायकों के लिए कमरा बुक कर लिया है। होटल के बाहर 3 बसें भी खड़ी हैं।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस ने राज्य में संभावित जीत को देखते हुए ताज होटल में कमरे बुक किए हैं। होटल के बाहर 3 लग्जरी बसें भी खड़ी हैं। कांग्रेस किसी भी तरह की हॉर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर रही है। जीतने के बाद सभी विधायकों को हैदराबाद आने का निर्देश दिया गया है।
खरीद-फरोख्त की स्थिति में जीते हुए विधायकों को फौरन बेंगलुरु शिफ्ट किया जाएगा। कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। बेंगलुरु में उनका एक रिसॉर्ट भी है, जिसमें विधायकों को रखा जा सकता है।
तेलंगाना के चुनावी माहौल की तस्वीरें...
कांग्रेस समर्थकों ने पार्टी दफ्तर के बाहर आतिशबाजी की और डांस कर जीत की खुशी मनाई।
कांग्रेस समर्थकों ने हैदराबाद में सोनिया गांधी की तस्वीर को दूध से नहलाया। पार्टी यहां बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है।
रुझानों में कांग्रेस की भारी बढ़त के बाद तेलंगाना कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के हैदराबाद स्थित घर के बाहर समर्थकों ने पटाखे फोड़े। यहां बड़ी संख्या में पुलिस भी तैनात है।
कर्नाटक के डिप्टी CM डीके शिवकुमार हैदराबाद स्थित कांग्रेस ऑफिस पहुंचे।
हुजुराबाद से BRS के कौशिक रेड्डी चुनाव जीतने के बाद अपनी गाड़ी में बैठ कर मतगणना केंद्र के पास पहुंच गए थे। पुलिस ने उन्हें रोका तो समर्थक नाराज हो गए। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कौशिक रेड्डी ने बीजेपी के याताला राजेंद्र को 16,873 वोट से हराया है।
हैदराबाद के जुबली हिल्स से कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अजहरुद्दीन भास्कर रेड्डी इंडोर स्टेडियम में बने काउंटिंग सेंटर पहुंचे।
तेलंगाना में 9 साल से BRS की सरकार
राज्य की 119 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को 70.66% वोटिंग हुई थी। यह 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले 2.76% कम है। तब 73.37% मतदान हुआ था। एग्जिट पोल में 9 साल से सत्ता में टिके BRS सुप्रीमो के चंद्रशेखर राव (KCR) की कुर्सी खिसकती नजर आ रही है। पोल के अनुमान में कांग्रेस बहुमत के करीब दिख रही है।
जून 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर तेलंगाना नया राज्य बना था। इसी साल राज्य में विधानसभा का पहला चुनाव हुआ। इसमें तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के लिए आंदोलन करने वाली पार्टी TRS (तेलंगाना राज्य समिति, जो अब भारत राष्ट्र समिति BRS हो गई है) को बहुमत मिला।
TRS को तब 63, कांग्रेस को 21, TDP को 15 और अन्य को 20 सीटें मिलीं। तेलंगाना की अलग मांग को लेकर आंदोलन करने वाले TRS के नेता के. चंद्रशेखर राव राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने।
2018 में KCR दोबारा मुख्यमंत्री बने, सीटें पहले से ज्यादा हुईं
2018 में दूसरी बार हुए विधानसभा चुनाव में KCR और मजबूती के साथ उभरे। इस बार उनकी पार्टी को 88 सीटें मिलीं। यानी पिछली बार के मुकाबले 25 सीटें ज्यादा। कांग्रेस को दो सीटों के नुकसान के साथ 19, AIMIM को 7 और भाजपा को एक सीट पर जीत मिली।
फिलहाल सत्ताधारी BRS के पास 119 विधानसभा सीटों में से 101 विधायक हैं। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के पास 7 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 5, भाजपा के पास 3, AIFB के पास 1, एक नॉमिनेटेड और एक निर्दलीय विधायक है।
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