जयपुर: लोकसभा चुनाव के लिए देश के दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं. इन घोषणा पत्रों में शहरी विकास को लेकर दोनों दलों की सोच क्या है और क्या हैं प्रमुख वादे?
शहरों को किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन माना जाता है. देश की प्रगति के लिए गांवों के साथ शहरों का नियोजित विकास जरूरी है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दोनों प्रमुख दलों ने अपने-अपने घोषणा पत्र में शहरी विकास के लिहाज से कई वादे किए हैं. भाजपा ने जहां ईज ऑफ लिविंग इन सिटीज पर फोकस किया है. वहीं कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ग्रामीण विकास और शहरी विकास के लिए एक ही कंटेंट में वादे किए हैं. भाजपा ने जहां अपने घोषणा पत्र में शहरी क्षेत्र के लिए 13 वादे किए हैं वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र में आठ वादे किए हैं. आपको सबसे पहले बताते हैं कि घोषणा पत्र में किए गए वादों के मुताबिक शहरी क्षेत्र के विकास के लिए दोनों प्रमुख दलों की क्या सोच है.
- दोनों ही प्रमुख दल शहरों के होते बेतरतीब विकास पर अंकुश लगाने की सोच रखते हैं
- इसके लिए भाजपा जहां मेट्रो शहरों के नजदीक सैटेलाइट टाउनशिप्स के विकास का वादा करती है
- तो कांग्रेस ने बड़े शहर के नजदीक ट्विन सिटी कांसेप्ट पर एक नए शहर के विकास को प्रोत्साहन देने का वादा किया है
- इन दो शहरों के बीच ग्रीन और नो कंस्ट्रक्शन जोन रखने का वादा किया है
- शहरों में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए भाजपा एकीकृत ट्रासपोर्ट सिस्टम विकसित करने का वादा करती है
- इसके तहत मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए बस,मेट्रो और रेल आदि का उपयोग किया जाता है
- कांग्रेस ने भी शहरों के लिए मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए एक कॉम्प्रिहेंसिव प्लान लागू करने का वादा किया है
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में अरबन फाइनेंस,अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर,अरबन एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन,अरबन वाटर मैनेजमेंट और अरबन ट्रांसपोर्ट सहित शहरों से जुड़े विभिन्न विषयों पर पाठ्यक्रम शुरू करने का वादा किया है. साथ ही देश को ग्लोबल कॉफ्रेंस और एग्जिबिशन के मामले में ग्लोबल डेस्टिनेशन बनाने के लिए शहरों में बड़े कन्वेंशन सेंटर के निर्माण का वादा किया है. आपको बताते हैं कि भाजपा के घोषणा पत्र में शहरी क्षेत्र के लिहाज से और क्या प्रमुख वादे किए गए हैं.
- भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में अफोर्डेबल हाउसिंग को प्रोत्साहित करने का वादा किया है
- सस्ता मकान देने के लिए रियल एस्टेट रेग्युलेटरी एक्ट को और मजबूत करने का वादा किया गया है
- मध्यम वर्गीय परिवारों को मकान देने के निर्माण लागत और पंजीयन की लागत में कमी करने,
- स्टैण्डर्ड हाउसिंग डिजाइन के लिए भवन मानचित्र के स्वत:अनुमोदन और मिक्स्ड यूज हाउसिंग जैसे सुधार लागू करने वादा किया है
- पीएम ई बस सेवा योजना के दायरे में देश के अन्य शहरों को शामिल करने,
- पानी की बचत के उद्देश्य से वेस्ट वाटर मैनेजमेंट,वाटर रिचार्ज और स्मार्ट मीटरिंग कांसेप्ट के साथ वाटर सिक्योर सिटीज सृजित करने वादा किया गया है
- भाजपा ने वेस्ट टू वेल्थ मिशन के तहत शहरों को ओपन लैंडफिल फ्री करने काम जारी रखने
- और डिजिटल अरबन लैंड रिकॉर्ड सिस्टम लागू करने का वादा किया है
- कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शहरी निकायों के सशक्तिकरण के लिए किए गए संवैधानिक संशोधनों को पूरी तरह से लागू करने वादा किया है. सार्वजनिक
परिवहन को महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षित करने और आवारा कुत्तों के हमलों से बचाव का हल निकालने का भी वादा किया गया है. आपको बताते हैं कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र और क्या प्रमुख वादे किए हैं.
- ग्रामीण क्षेत्र में मनरैगा की तर्ज पर देशभर में शहरी रोजगार गारंटी कार्यक्रम लागू करने वादा किया गया है.
- निकायों के महापौर,अध्यक्ष व सभापति और उनकी कौन्सिल के निर्वाचन प्रत्यक्ष तरीके से सीधे जनता के माध्यम से कराने,
- कार्यकारी,वित्तीय और प्रशासनिक शक्तियां इन निकाय प्रमुखों को देने
- और निकायों के प्रशासन को निकाय प्रमुख और उनकी कौन्सिल के प्रति उत्तरदायित्व बनाने का वादा किया गया है
- गांव के लोग गांव में रहकर शहर में काम कर सकें, इसके लिए गांवों व शहरों के बीच परिवहन सुविधाएं बढ़ाने का वादा किया गया है
देश के शहरी क्षेत्रों के विकास के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र में कई वादे तो किए हैं. लेकिन इनमें से कौनसे वादे शहरी मतदाता को लोकसभा चुनाव में किस दल के लिए वोट करने के लिए लुभाते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा.