30 अक्टूबर 2016, दीपावली की रात थी। पूरे देश में पटाखों की गूंज थी। लोग घरों में दीये जला रहे थे। उसी दौरान राजस्थान के अलवर में एक पति ने अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया।मर्डर की वजह- पत्नी की खूबसूरती। पति को उसके चरित्र पर शक था। जलाकर मार देने के बाद पति ने जो किया, वो रूह कंपाने वाला था।उसने सब्जी काटने वाले चाकू से पत्नी के शरीर के टुकड़े किए और फिर उसने शहर में अलग-अलग जगह फेंक दिया। इस विश्वास के साथ कि पुलिस उस तक कभी नहीं पहुंच पाएगी।
दीपावली के अगले दिन 31 अक्टूबर की रात को भी हर तरफ पटाखों की गूंज थी और लोग एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे।राजस्थान के अलवर शहर में दीपावली सेलिब्रेशन के बीच अलवर काेतवाली SHO रामसिंह गश्त पर निकले हुए थे। रात करीब 11.45 बजे थाने से फोन आया- 'साहब स्कीम-एक में कबूतर पार्क के पास एक महिला का पैर मिला है।'SHO रामसिंह तुरंत मौके पर पहुंचे। देखा पैर झुलसा हुआ था और अंगुली में बिछिया थी। पुलिस ने जांच शुरू की।
इसके बाद अलग-अलग दिन शहर के अलग-अलग इलाकों चावंडपाड़ी मोहल्ला, रंगभरियाें की गली, राम मार्केट, बांसवाली गली में महिला के शरीर के अलग-अलग हिस्से मिले।
पुलिस को नहीं मिला कोई क्लू
पुलिस ने इस केस में पड़ताल शुरू की तो शुरुआत में पूरा केस ब्लाइंड था। मामले के खुलासे और हत्यारे तक पहुंचने के लिए सबसे पहले महिला की शिनाख्त होनी जरूरी थी।पुलिस ने आस-पास के थानों और अलवर शहर में लापता या अगवा महिला के बारे में जानकारी जुटाई, लेकिन ऐसा कोई केस रजिस्टर्ड नहीं मिला।शव के टुकड़ों के पास मिले दो पॉलीथिन बैग मिले थे। एक पॉलीथिन बैग पर तिलक मार्केट अलवर तथा फोन नंबर लिखा हुआ था। इस आधार पर भी पड़ताल की गई लेकिन महिला की पहचान नहीं हो सकी थी।
मर्डर मिस्ट्री सुलझाने के लिए डोर-टू-डाेर सर्वे
इस ब्लाइंड मर्डर को सुलझाने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गईं। टीमों ने शहर में संभावित इलाकों का डोर टू डोर सर्वे किया। करीब 30 सीसीटीवी के फुटेज देखे गए।
डोर टू डोर सर्वे में अलवर के सक्का पाडी मोहल्ला निवासी योगेश उर्फ चुचु मल्होत्रा पर पुलिस को शक हुआ। योगेश घर पर अपनी बच्ची के साथ मिला। उसकी पत्नी आरती घर में नहीं थी।
पुलिस टीम ने पूछा तो बताया कि उसकी पत्नी आरती लोगों के घरों में चौका-बर्तन करने जाती है। आज भी वहीं गई है। पुलिस टीम पूछताछ कर वहां से चली गई।
दो घंटे बाद पुलिस दोबारा पहुंची तो घर मिला बंद
योगेश से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को उस पर संदेह हो गया था। उसके हाव-भाव से लग रहा था कि वह कुछ छिपा रहा है। पुलिस को उसने ये भी नहीं बताया कि उसकी पत्नी किन-किन लोगों के घरों में काम करने जाती है।पूछताछ के बाद पुलिस चली गई और करीब 2 घंटे बाद वापस लौटी। योगेश के घर पर ताला लगा हुआ था और वो बच्ची के साथ गायब था।पुलिस को यकीन हो गया कि अलवर शहर में बिखरे मिले महिला के शव के टुकड़ों से योगेश उर्फ चुचु मल्होत्रा का कोई न कोई कनेक्शन जरूर है।वहीं ये भी आशंका थी कि शव के टुकड़े योगेश की पत्नी आरती के ही हों, लेकिन किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले योगेश को पकड़ना जरूरी था।
पुलिस ने हिसार से पकड़ा, भांजी के घर में छिपा था
अलवर पुलिस ने योगेश को पकड़ने के लिए उसके कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी। आखिर 4 नवंबर काे हरियाणा के हिसार में उसकी भांजी के घर से पकड़ लिया गया। इस दौरान उसकी बच्ची उसके साथ थी।हरिनगर में रहने वाली भांजी की सास सुनीता ने पुलिस को बताया था कि योगेश रात को करीब दो बजे अपनी बेटी के साथ यहां पहुंचा था।बेटी के साथ होने के कारण उसने दरवाजा खोल दिया। इसके कुछ ही समय बाद पुलिस ने यहां छापा मारा और उसे अपने साथ ले गई थी।
पुलिस को बताया- पत्नी के चरित्र पर शक था
तत्कालीन काेतवाल रामसिंह ने बताया कि योगेश ने पूछताछ में बताया था कि 5 साल पहले उसकी पटना (बिहार) की रहने वाली आरती (25) से शादी हुई थी।दोनों के एक बच्ची हुई। आरती लाेगाें के घरों में झाडू-पोंछा करती थी। योगेश हलवाई व रंग-पेंट का काम करता था।
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