मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे कल्याणी नगर दुर्घटना मामले में एक और बड़ी खबर सामने आई है, जहां चिकित्सा विभाग की ओर नियुक्त तीन सदस्यीय समिति ससून अस्पताल पहुंच गई है. इस समिति में डॉ. पल्लवी सपले, डॉ. गजानन चव्हाण और डॉ. चौधरी शामिल हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक नाबालिग आरोपी के दादा और पिता को 31 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
इससे पहले ससून अस्पताल के डॉक्टर अजय तावरे और डॉक्टर श्रीहरि हलनोर और अतुल घटकंबले को पुणे पुलिस ने नाबालिग बच्चे की ब्लड रिपोर्ट में हेरफेर के मामले में गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद इस समिति का गठन किया गया था.
जांच कमेटी में शामिल डॉ पल्लवी सापले ने बताया कि समिति कल्याणी नगर मामले की जांच करेगी और उस दिन हुई घटना की जानकारी लेगी. साथ ही वह जानकारी मिलने पर शासन को भी अवगत कराया जाएगा.
विधायक रवींद्र धांगेकर ने समिति से की मुलाकात
वहीं, इस संबंध में विधायक रवींद्र धांगेकर ने समिति से मुलाकात की और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और गिरफ्तार डॉ अजय टावरे पर ब्लड रिपोर्ट में बदलाव करने का आरोप है. धांगेकर ने कहा कि जांच समिति को किसी के दबाव में काम नहीं करना चाहिए.
क्या है मामला?
बता दें कि पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के बेटे ने अपनी कार से दो बाइक सवारों को रौंद दिया था. इस घटना में उनकी मौत हो गई. इस घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी शराब के नशे में था और बेहद तेज गति से कार को चला रहा था. नाबालिग फिलहाल सुधार गृह में है.
ड्राइवर ने की थी शिकायत
इससे पहले ड्राइवर गंगाधर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने कहा था कि 19 मई की रात को यरवदा पुलिस स्टेशन से निकलते समय उसे जबरन आरोपी दादा के आवास पर ले जाया गया. आरोपी दादा और उसके पिता ने कथित तौर पर गंगाधर को धमकाया, उसका फोन छीन लिया और उसे अपने नाबालिग पोते के अपराध की जिम्मेदारी लेने के लिए मजबूर करने के प्रयास में उसे जबरन अपने बंगले में कैद रखा.
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